#पाँच महीने बाद सड़कों पर फिर चलीं बसें:बस संचालकों के चेहरे पर खुशी,लेकिन यात्रियों की संख्या में कमी दिखी,दोगुना किराया यात्रियों को चुकाना पड़ा।

-एक यात्री को देना पड़ा दो लोगों का किराया

-एक सिंतबर से झारखण्ड में बसों का परिचालन शुरू कर दिया गया।

-हालांकि,पहले दिन बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या काफी कम देखी गई।

-यात्रियों को बस कंडक्टर ने कोरोना से जुड़ी सुरक्षा से संबंधित दिशा-निर्देश दिए

-टेम्प्रेचर जांच के बाद बस में मिली एंट्री

-यात्रा से पहले पूरी बस को किया गया सैनिटाइज

-यात्री का नाम, पता, मोबाइल नंबर कंडेक्टर ने रजिस्टर में किया दर्ज

राँची।झारखण्ड में मंगलवार से पांच महीनों के बाद दोबारा बस सेवा शुरू हो गई। बसों के शुरू होने के बाद संचालकों के चेहरे पर खुशी दिखी,लेकिन यात्रियों की संख्या में कमी दिखी। यात्रियों को एक के बदले दो सीटों का किराया देना पड़ा। इससे पहले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर बस तक लाया गया। फिर उनकी थर्मल स्क्रिनिंग की गई। इसके बाद उन्हें बस में एंट्री दी गई। बस के चलने से पहले कंडक्टर ने कोविड-19 से जुड़े दिशा-निर्देशों के बारे में यात्रियों को जानकारी दी।

बस में एंट्री से पहले कंडक्टर ने यात्रियों से कुछ सवाल भी पूछे। कंडक्टर ने यात्रियों से पूछा कि आप कोरोना सैंपल देकर रिपोर्ट का इंतजार तो नहीं कर रहे हैं। साथ ही यात्रियों के बॉडी टेम्प्रेचर की जांच की गई। इसके बाद सभी यात्रियों को एहतियातन मास्क लगाने को कहा गया। फिर यात्रियों से उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि डिटेल कंडक्टर द्वारा रजिस्टर में दर्ज किया गया।

यात्रियों ने कहा,डबल किराया हमारी सुरक्षा के लिए

एक यात्री से दो सीट का किराया लेने के संबंध में जब यात्रियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए मुश्किल तो है लेकिन इसमें हमारी सुरक्षा भी है।जरूरी है कि कोरोना संक्रमण के इस काल में हमें उचित दूरी बनाकर रखनी होगी। साथ ही सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। यात्रियों ने कहा कि बस में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किया गया। बसों को सैनिटाइज किया गया। दो सीट का किराया देने के बाद हमें संतुष्टि है कि हमारी जान से खिलवाड़ नहीं किया जा रहा। बस संचालक मानकों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।वहीं कुछ लोगों ने कहा इस कोरोना काल मे जहां काम धन्धा नही हो रहा है वहीं दुगुना किराया से असर तो पड़ेगा।फिर भी जाने आने की सुविधा तो मिलेगी।

उधर, परिवहन विभाग के अधिकारी भी बस संचालकों के निर्णय को सही ठहराते हुए कह रहे हैं कि जब आधी क्षमता के साथ बसें चलेंगी, तो दो सीटों का भाड़ा लेना गलत नहीं है। यह सेवा आपात स्थिति के लिए है। लोगों से आग्रह होगा कि अतिआवश्यक हो तभी सफर करें।यात्रियों को एक की जगह दो सीटों का किराया देना पड़ा। उनके बगल वाली सीट बिलकुल खाली रखी गई।

राँची के खादगड़ा बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या कम

राजधानी के खादगड़ा बस स्टैंड पर मंगलवार को यात्रियों की संख्या काफी कम दिखी। कई बसों को 10 सवारियों को लेकर ही रवाना होना पड़ा। बस एजेंट के अनुसार, अभी यात्रियों की भीड़ लगने में सप्ताह से 10 दिन का समय लग सकता है। वहीं कोविड-19 से बचाव के लिए बस स्टैंड पर भी समय-समय पर सफाई की जाती रही। साथ ही लाउडस्पीकर के जरिए कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशा निर्देशों का पालन करने की यात्रियों से अपील की गई।