#Jharkhand:खूँटी में गिरफ्तार नक्सलियों के निशानदेही पर राँची जिले के तमाड़ थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में गोला बारूद हुआ बरामद।
राँची।नक्सलियों के खिलाफ पूरे राज्य भर में अभियान चलाया जा रहा है।इसी दौरान राज्य पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और खूँटी एसपी आशुतोष शेखर निर्देश पर बुंडू डीएसपी अजय कुमार,सरायकेला एएसपी पुरुषोत्तम शर्मा और तोरपा के डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी के द्वारा संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया।बुंडू के एसडीपीओ अजय कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक पुरुषोत्तम शर्मा और एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में चलाए गए सर्च अभियान में रांची पुलिस ने खूंटी से गिरफ्तार दो उग्रवादियों जितराय मुंडा और जोगन पूर्ति की निशानदेही पर बड़ी मात्रा में कारतूस, हैंड ग्रेनेड, डेटोनेटर और केन बम बरामद किया है। यह बरामदगी तमाड़ के जरागोड़ा स्थित बड़ा पहाड़ के नीचे जंगल से की गई है। पुलिस ने दोनों उग्रवादियों की निशानदेही पर 247 कारतूस, तीन हैंड ग्रेनेड, 10 डेटोनेटर और एक केन बम बरामद की है। हाल ही में रांची, खूंटी, सरायकेला-खरसावां पुलिस के द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया था। संयुक्त अभियान में दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इनके पास से बरामद केन बम और डेटोनेटर को नष्ट कर दिया है।
इस दौरान पुलिस ने तमाड़ थाना क्षेत्र के जरागोडा स्थित बड़ा पहाड़ के पास जमीन के अंदर छुपा कर रखें भारी संख्या में गोली और विस्फोटक बरामद किया है।पुलिस के द्वारा 247 पीस ज़िन्दा गोली, 3 हैंड ग्रेनेड,10 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, और एक केन बम बरामद किया गया।
खूंटी आशुतोष शेखर के नेतृत्व में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लाख के इनामी जोनल कमेटी के मेंबर जीतराय मुंडा समेत सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया था।गिरफ्तार नक्सलियों में जीतराय मुंडा, जोगन पूर्ति,मांगो पाहन, दुखन मुंडा, मनय मुंडा, मंगल सिंह मुंडा और शिव सिंह शामिल हैं।जिनमें पांच लाख ईमानी नक्सली जीतराय मुंडा के निशानदेही पर पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए गोली और विस्फोटक का जखीरा बरामद है।गिरफ्तार नक्सलियों से जब पूछताछ की गयी तो उन्होंने बताया कि सभी लोग हार्डकोर नक्सली अमित मुंडा, बोयदा पाहन और महाराजा प्रमाणिक दस्ते के सक्रिय सदस्य हैं।
नक्सलियों के द्वारा राँची के तमाड़,सरायकेला और चाईबासा क्षेत्र में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर आईडी बम लगाया गया था।ताकि सुरक्षाबलों को अभियान के दौरान भारी नुकसान पहुंचाया जा सके।