जमशेदपुर में मुठभेड़ में मारा गया मुख्तार अंसारी गिरोह के ढाई लाख का इनामी शूटर अनुज कन्नौजिया…अपराधियों का यूपी एसटीएफ और झारखण्ड पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई…

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में उत्तरप्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। यूपी STF और झारखण्ड एटीएस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में जमशेदपुर में माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर अनुज कनौजिया को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। मारे गए शूटर पर 2.5 लाख रुपए का इनाम था। इस मुठभेड़ के दौरान करीब 20 राउंड गोलियां चली हैं। बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की बरसी को 1 साल हुआ है और बरसी के दिन ही मुख्तार का शूटर मुठभेड़ में मारा गया है। इसे यूपी एसटीएफ और झारखण्ड पुलिस की टीम की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

जमशेदपुर के गोविंदपुर स्थित अल्तमस सिटी के भूमिहार सदन में उत्तर प्रदेश एसटीएफ की ओर से की गई कार्रवाई में मारे गए मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अनुज कनौजिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। इस एनकाउंटर में झारखण्ड एटीएस की टीम भी शामिल थी।

मिली जानकारी के मुताबिक अनुज कनौजिया के साथ और भी अपराधी उसे जगह पर थे जहां से उसके एक और साथी को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली है। इसके अलावा अपराधियों की गोली से उत्तर प्रदेश एसटीएफ के डीएसपी पीके शाही भी घायल हो गए हैं जिनको टीएमएच में भर्ती कराया गया है।वहां उनका इलाज चल रहा है।मिली जानकारी के मुताबिक मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अनुज कनौजिया पिछले दो महीने से इस इलाके में था और उत्तर प्रदेश पुलिस भी उसकी तलाश में यही पर थी। बताया जाता है कि अनुज कनौजिया यहीं से एक फोन नंबर से अपने नजदीकी लोगों से उत्तर प्रदेश में बात किया करता था जिसका फोन लोकेशन जमशेदपुर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र मिला था। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कार्रवाई की है।

शनिवार की रात करीब 10:00 बजे के बाद पुलिस को जब यह सटीक सूचना मिल गई कि यहीं पर वह है।तब उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झारखण्ड एटीएस की टीम ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और फिर अपराधियों को बाहर बुलाया। फूल प्रूफ योजना के तहत जैसे ही कुछ लोगों ने ऊपर से आवाज लगाई।वैसे ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों को सरेंडर करने को कहा। लेकिन अपराधियों ने अंदर से ही फायरिंग करनी शुरू कर दी और बम भी चलाया।

बताया जाता है कि अपराधियों ने वहां से जब फायरिंग शुरू की तब पुलिस ने कार्रवाई की और घेराबंदी कर सारे लोगों को सरेंडर कराया और अनुज कनौजिया को वहीं पर मार गिराया।बताया जाता है कि एक अपराधी को भी पुलिस पकड़ने में कामयाब हुई और एसटीएफ के डीएसपी भी घायल हो गए जिनका इलाज टीएमएच में चल रहा है।

मारा गया शूटर अनुज कनौजिया लंबे समय से फरार था। पहले उस पर एक लाख का इनाम था। बाद में इनाम की राशि बढ़ाकर 2.5 लाख कर दी गई थी। उसके खिलाफ 2 दर्जन से ज्यादा मुकदमे थे। वह मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था और मूल रूप से मऊ का रहने वाला था।

अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास लंबा है। उस पर मऊ के अलावा गाजीपुर में भी कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था, इसीलिए उसके खिलाफ इनाम की राशि को एक लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख कर दिया गया था। उसे पुलिस की कई टीमें ढूंढ रही थीं। मिली जानकारी के मुताबिक, वह पांच सालों से फरार चल रहा था।

अनुज कनौजिया को पकड़ने के लिए पुलिस काफी पसीना बहा चुकी थी। उस पर प्रेशर बढ़ाने के लिए आजमगढ़ में स्थित उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया था। इसके अलावा, उसके परिजनों को भी जेल भेजा गया था और उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी।हालांकि अब यूपी STF और झारखण्ड एटीएस टीम के एक ज्वाइंट ऑपरेशन में ये अपराधी मारा गया है। माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों को ये पुलिस की चेतावनी है कि वह किसी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे।

“मुख्तार अंसारी गिरोह के 2.5 लाख रुपये के इनामी शूटर अनुज कन्नौजिया को शनिवार रात को जमशेदपुर में यूपी STF और झारखण्ड पुलिस के संयुक्त अभियान में मुठभेड़ में मार गिराया गया। STF और झारखण्ड पुलिस ने सूचना के आधार पर अनुज कन्नौजिया को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसने सुरक्षा बलों की ओर फायरिंग शुरू कर दी। क्रॉस फायरिंग में अनुज कन्नौजिया मारा गया।”-अमिताभ यश, ADG UP STF

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