प्रेमी संग मिलकर पत्नी की ख़ौफ़नाक साजिश:पति को कोरोना वैक्सीन के नाम पर बेहोशी की सुई लगा दी,फिर हत्या कर सेफ्टी टैंक में डाल दी,किसी को शक ना हो सिंदूर लगाती रही,एक महीने बाद खुला राज
झारखण्ड न्यूज,राँची
दुमका।पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर ऐसी साजिश रचकर पति की हत्या की,जब लोगों ने सुना तो सन्न रह गए।ये मामला दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र स्थित मंडलडीह गांव की है।जहां बेवफा पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मारकर शव को सेप्टिक टैंक में डालकर ठिकाने लगा दिया। घटना को ठीक एक महीने पहले 24 जून, 2021 को तब अंजाम दिया गया था, जब पति गुजरात से काम करके वापस गांव लौटा था।बाहर से आने की वजह से पति को कोरोना से बचाव का इंजेक्शन बताकर उसे बेहोश कर दिया गया था। फिर टांगी से मारकर एक बोरी में डालकर नवनिर्मित सेप्टिक टैंक के ऊपर का स्लैब हटाकर डाल दिया गया था। मृतक सोनू पोद्दार की बेवफा पत्नी गौरी देवी तथा उसका आशिक रवि मिस्त्री को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एक महीने बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराया
मामले में महीने भर बाद 22 जुलाई, 2021 की रात पुलिस तक सोनू पोद्दार के गुमशुदगी की जानकारी दी गयी थी।उसके बाद पुलिस का माथा ठनका और तब जरमुंडी एसडीपीओ उमेश कुमार सिंह ने थाना पहुंचकर मृतक सोनू पोद्दार की पत्नी गौरी देवी और उनके प्रेमी रवि मिस्त्री से कई दफा घंटों-घंटों पूछताछ की।पहले दोनों सोनू के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से साफ इंकार करते रहे।बाद में पुलिस का दबाव पड़ते ही धीरे- धीर टूटने लगे।
पुलिस के समक्ष बयान दिया
घटना के बारे में मृतक की पत्नी ने खुलासा किया कि 24 जून को गुजरात से वापस जब सोनू अपने गांव आया था, तो रवि और सोनू की पत्नी गौरी के द्वारा कहा गया कि जो बाहर से आता है उसे कोरोना का इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए।यह बोलकर बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया।बेहोश हो जाने के बाद एक बोरी में डालकर नवनिर्मित सेप्टिक टैंक में डाल दिया गया।बताया कि सोनू बहुत कम ही घर आता था।उनकी अनुपस्थिति में गौरी का मड़कुरा गांव के रवि मिस्त्री से प्यार हो गयी थी। रवि गौरी के घर ग्रामीणों की नजर से बचते हुए आना-जाना करता था।अचानक सोनू के घर आ जाने से दोनों को काफी नागवार गुजरा।आनन-फानन में एक योजना बनाकर हत्या कर दी गयी।
ग्रामीणों को कोई शक नही हो इसके लिए वह मांग में सिंदूर भी पहनती रही थी
पुलिस द्वारा पूछताछ में राज उगलने के बाद एसपी को सूचित किया गया था।मामले में डीसी द्वारा बीडीओ दयानंद जायसवाल को मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था।मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव को निकाला गया।और पोस्टमार्टम करवाकर परिजनो को सौंप दिया था।मौके पर एसडीपीओ उमेश सिंह,हंसडीहा सर्किल इंस्पेक्टर संजय सुमन, थाना प्रभारी अनुज यादव सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।