यही है इंसानियत ! उल्टी होने पर महिला और दो बच्चों को यात्रियों ने बस से उतरवाया नीचे,घर नहीं पहुंचने पर ससुर ने थाना में दी जानकारी।

हजारीबाग।ये इंसानियत के नाम कलंक है।इस घटना से आप समझ सकते हैं।जहां गया (बिहार) अपने मायके से रामगढ़ (झारखण्ड)ससुराल आने के क्रम में अपने दो बच्चों के साथ एक महिला मंगलवार शाम लगभग 3 बजे से बरही के पास से गायब हो गई। दरअसल, बस में उल्टी होने पर बाकी के यात्रियों ने कोरोना के डर से महिला और उनके बच्चों को चौपारण में किसी होटल के पास उतार दिया और चले गए। इसके बाद से महिला और दोनों बच्चों की कोई जानकारी नहीं है। महिला के ससुर रामाशीष शर्मा ने बुधवार सुबह बरही थाना में महिला और उसके बच्चों के गायब होने की जानकारी दी।

रामाशीष शर्मा ने बताया कि उनकी बहू रीना देवी पति सुजीत शर्मा अपने दो बच्चों के साथ गया से 11 बजे सुबह बस से रामगढ़ के लिए रवाना हुई थी। लेकिन इसी बीच चौपारण में उन्हें उल्टी होने लगी। ऐसा देख बस में सवार अन्य यात्रियों ने कोरोना होने के शक में ड्राइवर पर उन्हें बस से उतारने का दबाव बनाने लगे। इसके बाद बस ड्राइवर ने उन्हें चौपारण के किसी एक होटल के पास में उतार दिया। यह जानकारी रीना ने अपने ससुर को फोन पर दी।

रीना ने फोन पर रामाशीष शर्मा को बताया कि अब वो टेंपो से बरही की ओर आ रही है। लगभग 3 बजे उससे बात हुई। लेकिन उसके बाद ना तो उसका फोन लग रहा है और ना ही उससे कोई संपर्क हो पा रहा है। आवेदक ने बताया कि उनकी बहू की उम्र लगभग 27 वर्ष है। उनकी पोती का नाम लक्ष्मी कुमारी (10) है और पोता का नाम उत्तम कुमार (7) है।

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