#भारतीय महिला हॉकी जूनियर टीम:झारखण्ड की बेटियों के बदौलत जूनियर महिला हॉकी टीम की बादशाहत बरकरार,पाँचवाँ मैच भी जीता
राँची।झारखण्ड के सिमडेगा की स्टार बेटियों के गोल से जूनियर भारतीय टीम को मिली पांचवीं जीत।चिली सीनियर टीम को झारखण्ड की ब्यूटी डुंगडुंग के दो गोल की बदौलत आज अंतिम मैच में 2-1 से किया पराजित।
सेंटियागो चिली पर दौरे पर गई जूनियर भारतीय महिला टीम ने आज अपने 06वे एवम् अंतिम मैच में सीनियर चिल्ली टीम को 2-1 से पराजित कर प्रतियोगिता में पांचवीं जीत दर्ज की।आज के मैच में सिमडेगा झारखण्ड की ब्यूटी डुंगडुंग ने दोनों गोल कर टीम को 2-1 से जीत दर्ज कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में भारतीय टीम ने पांच जीत दर्ज की है।जिसमें झारखण्ड के खिलाड़ियों का बोल वाला रहा प्रतियोगिता में कुल 16 गोल हुए हैं, जिसमें झारखण्ड की बेटियों ने कुल 10 गोल किए प्रतियोगिता में कुल 24 खिलाड़ियों का दल गया है जिसमें झारखण्ड के तीन खिलाड़ी सुषमा कुमारी संगीता कुमारी ब्यूटीडुंगडुंग हैं और प्रतियोगिता में ब्यूटी डुंगडुंग ने कुल 5 गोल संगीता कुमारी ने कुल 4 गोल एवं सुषमा कुमारी ने एक गोल किए इस तरह प्रतियोगिता का कुल 16 में से 10 गोल झारखण्ड की बेटियों के नाम रहा जो अपने आप में बहुत बड़ी सफलता है।
सिमडेगा जिला के जंगलों पहाड़ों से निकलकर चिल्ली तक में फतह करने वाली बेटियों को बहुत-बहुत बधाई।
कोरोना काल के विपरीत परिस्थिति में भी अपने आप को फिट रखकर इन बेटियों ने झारखण्ड का मान बढ़ाया।
कोविड-19 महामारी के कारण सभी खेल छात्रावास एवं खेल की गतिविधियां बंद हो गई थी।ये बेटिया भी इससे प्रभावित थी और अपने घरों में कैद हो गए थे लेकिन यह निराश नहीं हुए और अपने गांव के ही खेत खलियान में खुद से अभ्यास कर अपने आप को फिट रखा। एक वक्त जब झारखण्ड की फुटबॉल खिलाड़ियों जो इंडिया कैंप में है उन्हें झारखण्ड सरकार के द्वारा विशेष प्रशिक्षण के लिए राँची में कैंप कराया जा रहा था।अच्छे पौष्टिक आहार दिए जा रहे थे उस वक्त इन्हें कोई पूछने वाला नहीं था उस परिस्थिति में ये काफी निराश हो चुके थे परंतु हॉकी झारखण्ड एवम् हॉकी सिमडेगा के पदाधिकारी इनके घरों तक हमेशा पहुंचकर इन्हें प्रोत्साहन देते रहे। जिससे ये अपना आत्मविश्वास बरकरार रख पाए और आज पूरी दुनिया में झारखण्ड का डंका बजाएं हैं इससे बढ़कर क्या होगा।जब 24 सदस्यों वाली जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम कुल 16 गोल की है उसमें झारखण्ड की सिर्फ तीन बेटियां सुषमा,संगीता ने कुल 10 गोल की है जो अपने आप में बहुत बड़ी सफलता है।जिन बेटियों के घर तक पहुंचने के पथ ना हो, शुद्ध पेयजल के लिए कोई नल ना हो ,बिजली के लिए डि बरी पर निर्भर रहना हो और पौष्टिक आहार के लिए जंगली साग के पत्तों पर निर्भर होना हो वह बेटियां जब इस तरह से सफलता हासिल करते हैं तो इसकी तुलना अन्य राज्यों से नहीं की जा सकती है।
हमारी टीम की ओर से हॉकी भारतीय जूनियर महिला टीम को बधाई-मनोज कोनबेगी