धनबाद में NIA टीम की छापेमारी, बंद मुर्गी फार्म में मिली भारी मात्रा में विस्फोटक,जांच में जुटी है एजेंसी…
धनबाद।झारखण्ड के धनबाद जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चिरकुंडा में बड़ी कार्रवाई की है। एनआइए ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है। यह घटना झारखण्ड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित चिरकुंडा थाना क्षेत्र और कालूबथान ओपी क्षेत्र की है।जहां एनआईए की टीम ने निरसा के चिरकुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बोरिया गाँव में जुनकुदर निवासी संजय रवानी के घर पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान, एनआईए की टीम को भारी मात्रा में बारूद और लगभग 12 बोरे जिलेटिन बरामद हुआ,जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया। बरामद विस्फोटकों की मात्रा इतनी अधिक थी कि पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
बताया जाता है की एनआईए टीम अब बरामद विस्फोटकों की सटीक मात्रा का आकलन करने और उनके संभावित उपयोग का पता लगाने में जुटी हुई है। विशेषज्ञों की टीम विस्फोटकों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किस प्रकार के हैं और उनकी क्षमता क्या है। इसके साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या इन विस्फोटकों का संबंध किसी आतंकवादी गतिविधि से तो नहीं है।
इसके अलावा, एनआईए की टीम ने बाबू डंगाल इलाके में भी छापेमारी की, जो संजय रवानी का एक और ठिकाना बताया जा रहा है। इस छापेमारी के दौरान, संजय रवानी के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एनआईए अधिकारी उससे संजय रवानी के बारे में और विस्फोटकों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। उससे यह भी पूछा जा रहा है कि क्या उसे इन विस्फोटकों के बारे में कोई जानकारी थी और क्या वह संजय रवानी के किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल था।
एनआईए यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या संजय रवानी का किसी आपराधिक गिरोह से संबंध है या नहीं।एनआईए इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और विभिन्न पहलुओं से मामले की छानबीन कर रही है। एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री किस उद्देश्य से इकट्ठा की गई थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं। क्या इसका इस्तेमाल किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए किया जाना था या फिर इसका संबंध किसी आतंकवादी संगठन से है, यह जांच का विषय है।
एनआईए की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है और आसपास के इलाकों में भी छापेमारी की जा रही है। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट पर है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों के सामने चुनौती खड़ी कर दी है और यह दर्शाता है कि आतंकवाद और अपराध को रोकने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने की जरूरत है। एनआईए की इस कार्रवाई से यह भी पता चलता है कि एजेंसी आतंकवाद और अपराध के खिलाफ लड़ाई में कितनी सक्रिय है।