#अंधविश्वास:मुर्दों को जिंदा करने के लिए 36 घंटे चला अंधविश्वास का खेल,तांत्रिक ने नहीं जलने दी चिता
धौलपुर:मुर्दों को जिंदा करने के लिए 36 घंटे चला अंधविश्वास का खेल, तांत्रिक ने नहीं जलने दी चिता
राजस्थान के धौलपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र के गांव दरियापुर में बीते रविवार को पिता-पुत्र की जहरीले सांप के काटने से मौत हो गई थी।लेकिन परिजन उन दोनों को मृत नहीं मान रहे थे. तांत्रिक और नीम हकीमों की मदद से झाड़- फूंक का सहारा लेकर उन्हें जीवत करने की कोशिश करते रहे।
परिजन एक उम्मीद के साथ पिता-पुत्र के शव को तांत्रिक और नीम हकीमों के पास ले गए और मौत के 36 घंटे बाद तक मृतकों को जिंदा करने के लिए अंधविश्वास का खेल चलता रहा. शवों के साथ तरह-तरह की टोटके बाजी चलती रही. लोग खड़े होकर तमाशा देखते रहे.
पिता-पुत्र के शवों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लाया गया. गांव वालों ने सांप को पकड़ कर एक बोतल में बंद कर दिया. इसी दौरान फिर नीम हकीम, तांत्रिक श्मशान घाट पर पहुंचे और मृतक पिता पुत्र को जीवित करने के दावे करने लगे. इनके दावों को देख परिजनों की उम्मीद बंधी और अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लेटे पिता पुत्र का उपचार शुरू कर दिया.
इसी दौरान वन विभाग की टीम सांप को लेने के लिए मौके पर पहुंच गई. लेकिन ग्रामीणों ने सांप को मार कर फेंक दिया. उधर इस मामले की भनक पड़ते ही सदर थाना पुलिस श्मशान घाट पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. मृतकों के परिजनों को समझाया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भेज दिया।
इस मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस ने करीब आधा दर्जन तांत्रिक और नीम हकीमों को भी हिरासत में लिया. अब उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुदकमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
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