एसपी खुद बोरी में बालू भरकर उठाने लगे….एसपी ने ग्रामीणों में ऐसा भरा जोश की कुछ ही घंटे में बोरीबांध तैयार…
खूंटी।झारखण्ड के खूंटी जिले में एसपी अमन कुमार के नेतृत्व में खूंटी पुलिस अफीम की खेती को बड़े पैमाने में नष्ट कर रही है।पुलिस ने बढ़ा अभियान चलाकर हजारों एकड़ अफीम के फसल को नष्ट किया है और ये अभियान जारी है।वहीं पुलिस किसानों को वैकल्पिक खेती को भी बढ़ावा देने का काम भी कर रही है।इसी अभियान के तहत रविवार को मुरहू थाना क्षेत्र के गानालोया पंचायत अंतर्गत मड़गांव में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एसपी अमन कुमार के नेतृत्व में खूंटी पुलिस ने ग्रामीणों और सेवा वेलफेयर सोसाईटी को साथ लेकर बोरीबांध का निर्माण किया गया। ग्रामीणों के साथ एसपी अमन कुमार, साजेंट मेजर सोना राम सोरेन, मुरहू के थानेदार रामदेव यादव, एसडब्लू एस के अजय शर्मा, सुशील सोय, ग्रामप्रधान जुनास ढ़ोढ़राय समेत ग्रामीण और लगभग 50 जवानों ने भी बोरीबांध बनाने में ग्रामीणों के साथ श्रमदान किया।इस दौरान एसपी खुद बोरीबांध में श्रमदान किया।एसपी के श्रमदान करते देख अन्य पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों में जोश बढ़ गया और देखते ही देखते बोरीबांध तैयार हो गया।
पुलिस के अनुसार इस गांव के किसानों ने पुलिस द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के बाद ग्रामसभा में अफीम की फसल को नष्ट कर वैकल्पिक खेती करने का निर्णय लिया। गांव में लगे सारे लोग मिलकर अफीम की फसलों को स्वंय विनष्ट किया। ग्रामीणों की इस कार्य की सराहना करते हुए एसपी ने गांव के किसानों को वैकल्पिक खेती के कार्यों में मदद करने का काम शुरू किया है। इस बोरीबांध के बनने से मड़गांव के किसान लगभग 25 एकड़ से ज्यादा खेतों में वैकल्पिक फसलों की सिंचाई के लिए पानी मिल पाएगा। यह पानी गर्मी के मौसम में भी खत्म नहीं होगा। वर्तमान में मड़गांव के किसानों के द्वारा 12 एकड़ में तरबूज, बंधागोबी, टमाटर समेत अन्य सब्जी की खेती की गई है। एसपी अमन कुमार ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि वे कृषि से संबंधित जो सहयोग चाहिए इसके लिए आवेदन दें, उपायुक्त लोकेश मिश्रा से बात कर ग्रामीणों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
इधर एसपी अमन कुमार ने कहा कि खूंटी पुलिस चाहती है कि खूंटी जिले के किसान मड़गांव से सीख लेते हुए वैकल्पिक खेती की ओर बढ़ें। इसके लिए पुलिस ने यह प्रयास शुरू की है। एसपी ने कहा कि खूंटी जिले में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती होती है। पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता के बल पर ग्रामसभाएं स्वंय अफीम की फसलों को विनष्ट कर रहीं हैं। गांव के लोगों को वैकल्पिक खेती की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके लिए ही यहां बोरीबांध का निर्माण कराया गया है। इसके लिए श्रमदान करने के साथ पुलिस के द्वारा आर्थिक मदद भी की गई है।
एसपी ने कहा कि अन्य ऐसे गांव जहां के लोगों ने स्वंय अफीम की फसलों को नष्ट किया है, उन गांवों में बोरीबांध बनाया जाएगा और जिला प्रशासन से वैकल्पिक खेती के लिए अन्य सरकारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
ग्रामप्रधान जुनास ढ़ोढ़राय ने कहा कि खूंटी पुलिस ने उनकी आंखें खोल दी है। अब गांव के लोग निर्भिक होकर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर कृषि कार्यों में आगे बढ़ रहे हैं। यहां के किसान सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने के बाद बड़े पैमाने पर सब्जी, स्वीटकॉर्न, तरबूज आदि की खेती की तैयारी में जुट गए हैं।
श्रमदान करने वाले ग्रामीणों में सामू ढ़ोढ़राय, एतवा ढ़ोढ़राय, करमसिंह ढ़ोढ़राय, कृष्णा ढ़ोढ़राय, कईला, बिरसा, एमन, कोलेया, नाधू, विमल, इंदू, अब्रहाम, सनिका, हेरमन, संदीप, देवगी, दयामनी, मंगरी ढ़ोढ़राय समेत ग्रामसभा के सदस्य शामिल रहे।
इस बोरीबांध के बनने से मड़गांव के किसान के साथ अन्य किसानों को वैकल्पिक खेती करने में मदद कर रही है। जिले में अफीम की खेती को नष्ट करने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के साथ जिला पुलिस वैसे गांवों के किसानों को वैकल्पिक फसलों के लिए मदद कर रही है।
अफीम के खिलाफ पुलिस द्वारा नगर पंचायत,खूंटी में आयोजित जागरूकता अभियान का असर मड़गांव में देखने को मिला। इस गांव की ग्रामसभा ने निर्णय लेकर अपने गांव को पूरी तरह अफीम मुक्त बना दिया। ग्रामीणों के इस सराहनीय कार्य से प्रभावित होकर एसपी अमन कुमार द्वारा ग्रामसभा व सेवा वेलफेयर सोसाईटी के साथ मिलकर बोरीबांध बनाया गया। एसपी ने स्वंय भी ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर उनका हौसला बढ़ाया। ग्रामीणों को जिला पुलिस के द्वारा कृषि कार्यों में सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया गया है।