देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर गर्भ गृह में कथित छेड़छाड़ मामले की एसडीओ ने की जांच,डीसी ने 2 लोगों पर की कार्रवाई
देवघर।झारखण्ड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भ गृह में मरम्मत कार्य के दौरान कथित रूप से शिवलिंग की पौराणिकता से छेड़छाड़ करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और पंडा समाज इसे लेकर लगातार विरोध जता रहा है।वहीं दूसरी ओर देवघर उपायुक्त मामले में एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं वहीं पंडा समाज के विरोध को देखते हुए डीसी ने एसडीओ के नेतृत्व में कमेटी में बनाई थी और जांच का निर्देश दिया था
वहीं मामले में एसडीओ रवि कुमार ने जांच के बाद मंदिर में काम करने वाले कर्मी हरिलाल पांडे को निलंबित कर दिया है। साथ ही मंदिर में मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त की मंदिर से जुड़ी प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियों से विलोपित कर दिया गया है।
एसडीओ रवि कुमार ने गर्भ गृह का निरीक्षण के बाद कहा कि कहीं कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। लेकिन मरम्मत कार्य के दौरान कम्युनिकेशन गैप का मामला है। इसे लेकर जांच चल रही है और दोषियों पर कार्रवाई होगी
एसडीओ ने कहा कि एक आम प्रक्रिया के तहत मंदिर की सफाई के दौरान शिवलिंग के बगल में जमीन में गड्ढा किया गया था। उक्त गड्ढे को अब भर दिया गया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से थोड़ी लापरवाही हुई है। नियमावली के अनुसार ही गर्भ गृह में काम किया जाना चाहिए था। इसलिए फिलहाल गलती करने वाले कर्मी को निलंबित किया गया है।
इधर इस संबंध में पंडा समाज की तरफ से सरदार पंडा परिवार के सदस्य बाबा झा ने कहा कि ज्योतिर्लिंग के बगल में बिना जानकारी दिए निर्माण करना निश्चित रूप से बहुत बड़ी गलती है।उन्होंने कहा कि जब हम कोई शिवालय में शिवलिंग को स्थापित करते हैं तो सभी नियमों और धार्मिक आस्थाओं का ख्याल रखते हैं और देवघर में तो ज्योतिर्लिंग है। इसलिए यहां पर इस तरह की लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। पंडा बाबा झा ने मामले की बारीकी से जांच करने की मांग की है। साथ ही इस तरह की गलती दोबारा न हो इस दिशा में भी प्रशासन से पहल करने की मांग की है।
गौरतलब हो कि बाबा मंदिर के गर्भ गृह में छेड़छाड़ मामले को लेकर पंडा समाज ने जिला प्रशासन से शिकायत की थी और मामले में कार्रवाई की मांग की थी।जिसके तहत प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।