रुबिका हत्याकांड:डॉक्टर बोले-ऐसा पोस्टमार्टम कभी नहीं किया,किडनी भी आधी,महिला की चमड़ी छीलकर किए थे 50 टुकड़े,एक आरोपी को पुलिस ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया
राँची।झारखण्ड के साहिबगंज जिले में रुबिका हत्याकांड का हर दिन सनसनीखेज खुलासा हो रहा है।खबर के अनुसार, दिलदार अंसारी ने रिबिका की हत्या के बाद उसके शरीर की चमड़ी छीलकर निकाली थी। मामा के घर हत्या करने के बाद वो अपने दोस्त के घर शव लेकर गया था। दोस्त के घर ही उसने जमीन पर काली पॉलिथिन बिछाकर रिबिका के शरीर के 50 टुकड़े किए थे।
रिबिका पहाड़िया के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने एक अखबार के पत्रकार को बताया कि रिबिका की हत्या में जिस तरह क्रूरता हुई, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हत्यारों ने रिबिका के शरीर से चमड़ी तक छील डाली। शव के जितने छोटे-छोटे टुकड़े किए गए हैं, उसे देखकर लगता है कि काटने में 7 से 8 घंटे लगे हाेंगे।
फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज और अस्पताल दुमका के डॉक्टरों की टीम रिबिका पहाड़िया के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट गुरुवार तक दे देगी। टीम में तीन डॉक्टर शामिल थे। इनमें से एक डॉक्टर से ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शरीर के 28 टुकड़े लाए गए थे। इनमें सिर, फेफड़ा, 7 अंगुलियां, बाएं हिस्से की पसली, पेट का हिस्सा समेत कई अंग नहीं हैं। दोनों किडनियां आधी मिलीं।
डॉक्टर बोले- हमने जीवन में पहली बार ऐसा पोस्टमार्टम किया
बिसरा भी ज्यादा नहीं है। बच्चेदानी मिली है, जिसे जांच के लिए संरक्षित कर लिया गया है। हड्डी, नाखून और बच्चेदानी का बिसरा जांच के लिए भेजा जाएगा। हत्या दो-तीन दिन पहले की गई होगी, क्योंकि शव डि-कंपोस्ट होना शुरू हो चुका था। हमने जीवन में पहली बार ऐसा पोस्टमार्टम किया है।
रिबिका हत्याकांड में पुलिस ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया। बताया गया है कि आरोपी दिलदार अंसारी की मां मरियम निशा ने रिबिका की हत्या और शव ठिकाने लगाने के लिए अपने भाई मोईनुल अंसारी को 20 हजार रुपए की सुपारी दी थी।
उधर, पुलिस ने काेर्ट से बुधवार को मरियम निशा और शव के टुकड़े करने वाले दिलदार के मामा मोईनुल के दोस्त मैनुल हक मोमिन को रिमांड पर लिया। काेर्ट ने 23 दिसंबर तक दोनों को रिमांड पर रखने की अनुमति दी है। पुलिस उनसे रिबिका को मारने के कारणों को उगलवाने की कोशिश करेगी। हत्याकांड में बोरियो थाना की सब इंस्पेक्टर सुषमा कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
सिर का मिलना मुश्किल, नेल पॉलिश से हुई पहचान
पुलिस सूत्रों के अनुसार रिबिका के सिर को बरामद करना बहुत मुश्किल है। आरोपियों ने सिर के भी कई टुकड़े कर दिए हैं। पैर का अंगूठा मिलने के बाद उसकी नेल पालिश से शव की पहचान की गई है। पुलिस मोईनुल अंसारी काे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसका मोबाइल बंद है, इसलिए पकड़ने में परेशानी हो रही है। दिलदार का मामा के घर ही रिबिका की हत्या की गई थी। अंसारी के घर में जगह कम थी, इसलिए वह दोस्त मैनुल हक के घर शव ले गया और जमीन पर प्लास्टिक बिछाकर शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए।
ये है पूरा मामला
रिबिका पहाड़िन(22 ) ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर 1 महीने पहले ही दिलदार अंसारी (25) से लव मैरिज की थी। शनिवार 17 दिसंबर को रिबिका की हत्या की गई और सबूत मिटाने के लिए दिलदार और उसके परिवार ने रिबिका के शाव के 50 टुकड़े किए थे। कुछ टुकड़े घर में छिपा दिए, जबकि अन्य टुकड़े मोहल्ले के आसपास सुनसान जगहों पर फेंके दिए। जिसे कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे थे। जब लोगों ने कुत्तों को इंसान का मांस खाते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
रिबिका और दिलदार में काफी समय से अफेयर था, लेकिन दोनों के परिवार उनकी शादी के लिए राजी नहीं थे। रिबिका के पिता सुर्जा पहाड़िया और मां चांदी पहाड़िन दोनों के संबंधों का विरोध कर रहे थे। एक महीने पहले दोनों घर से भाग कर थाने पहुंचे थे। यहां पुलिस ने दोनों की शादी कराई थी। शव के टुकड़े मिलने पर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने दिलदार के घर पहुंचकर रिबिका के बारे में पूछा। फिर पूरा मामला सामने आया।