हटाए गए रामगढ़ एसपी डॉ बिमल कुमार ,रामगढ़ टाउन थाना प्रभारी को डीजीपी ने किया सस्पेंड….
राँची।झारखण्ड के रामगढ़ एसपी के पद पर पदस्थापित डॉ विमल कुमार का सरकार ने देर रात अचानक तबादला कर दिया है।विमल कुमार को झारखण्ड पुलिस मुख्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया गया है।गौरतलब है कि बीते एक मार्च को विमल कुमार को रामगढ़ जिले का नया एसपी बनाया गया था इससे पूर्व वो सरायकेला के एसपी थे।राज्य पुलिस सेवा से प्रमोट होकर आईपीएस बने डॉ विमल इससे पूर्व सरायकेला एसपी के पद और तैनात थे। गृह क्षेत्र में तैनाती के वजह से उनका तबादला किया गया था।
आधी रात आखिरकार रामगढ़ एसपी को क्यों हटाया गया इसकी जानकारी अभी तक बाहर निकल कर नहीं आ पाई है। रामगढ़ एसपी रहे डॉक्टर विमल कुमार इससे पूर्व सरायकेला के एसपी थे, वहां से भी उन्हें 3 महीने के भीतर ही हटा दिया गया था।सबसे आश्चर्य की बात यह है कि राज्य सरकार के द्वारा आईपीएस डॉक्टर विमल कुमार रामगढ़ एसपी को पद से हटाने के बाद रामगढ़ में किसी की पोस्टिंग नहीं की गई है।फिलहाल रामगढ़ जिला बिना एसपी के है।
वहीं रामगढ़ टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू को डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सस्पेंड कर दिया है।डीजीपी के आदेश में कहा गया है कि रविवार को एक एएसआई (यातायात) मौत हो गई।थाना प्रभारी पर आरोप है कि एएसआई पर किसी प्रकार दबाव लगातार बना रहे थे।
डीजीपी के स्तर से जारी आदेश में कहा गया है कि थाना प्रभारी अजय कुमार साहू के द्वारा एसआई राहुल कुमार सिंह पर लगातार किसी बात को लेकर दवाब बनाया जाता था।सवाल उठ रहा है कि आखिर वह कौन सी बात है, जिसे लेकर थाना प्रभारी उस एसआई राहुल कुमार सिंह पर दवाब बना रहे थे, जिनकी अस्वभाविक मौत हो गई। जिसके लिए थाना प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया गया। डीजीपी के स्तर से थाना प्रभारी का निलंबन सामान्य घटना नहीं माना जा सकता। इसके लिए एसपी ही प्रर्याप्त होते हैं एसपी अगर इस तरह की कार्रवाई नहीं करते हैं, तो रेंज के डीआईजी और जोन के आईजी यह कार्रवाई कर सकते हैं।लेकिन कार्रवाई सीधे डीजीपी के स्तर से होना, बड़ा सवाल खड़ा करता है।इन सबके बीच बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन सबके लिए रामगढ़ के एसपी विमल कुमार भी जिम्मेदार थे। इस सवाल के उठने की दो वजहें हैं।अगर रामगढ़ थाना प्रभारी अजय कुमार साहु की वजह से एसआई राहुल कुमार सिंह की अस्वभाविक मौत हुई है, तो एसपी विमल कुमार ने कार्रवाई क्यों नहीं की।कहीं ऐसा तो नहीं कि एसपी की सह पर ही थाना प्रभारी किसी बात को लेकर एसआई पर लगातार दवाब बना रहे थे।जिसकी वजह से एसआई की अस्वाभाविक मौत हो गई।