महिलाओं व नाबालिगों के विरुद्ध हो रहे अपराध को लेकर सीआईडी गंभीर,संगठित अपराध के अपराधियों को चिन्हित करने का डीजी ने दिया निर्देश

 

–तीन दिन तक रेंज वाइज सीआईडी के डीजी ने टीम प्रभारी के साथ की बैठक, साइबर अपराधियों पर भी नजर रखने और उनकी संपत्ति के बारे में जानकारी देने का दिया गया निर्देश

राँची।महिलाओ और नाबालिगों के विरुद्ध हो रहे अपराध को लेकर अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) गंभीर है। सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने सभी जिलों में प्रतिनियुक्त टीम प्रभारियों को निर्देश दिया है कि संगठित अपराध के अपराधियों को चिन्हित इसकी जानकारी मुख्यालय को दे, ताकि उनके विरुद्ध कार्रवाई हो सके। यह भी निर्देश दिया गया है कि ऐसे अपराधकर्मी जो अप्रैल 2023 से सितंबर 2023 तक जमानत पर जेल से बाहर निकले है उनकी सूची तैयार कर मुख्यालय को उपलब्ध कराए। जेल में कोई अपराधी मोबाइल का तो प्रयोग नहीं कर रहा है इसकी भी जानकारी जुटाकर देने के लिए कहा गया है। सीआईडी के डीजी 17 अक्टूबर से लगातार रेंज वाइज सभी जिलों के क्षेत्रीय पुलिस उपाधीक्षक व सीआईडी के टीम प्रभारियों के साथ बैठक की। 17 अक्टूबर को दुमका व हजारीबाग, 18 को राँची और पलामू और 19 अक्टूबर को कोल्हान और कोयला क्षेत्र के टीम प्रभारियों के साथ सीआईडी के डीजी ने बैठक की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी जिलों में महिला, बच्चों से दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, पोक्सो के मामले सितंबर महीने में कितने हुए इस डिटेल्स रिपोर्ट तैयार करे। साथ ही यह भी रिपोर्ट तैयार करे कि इन मामलों में संबंधित थानों की ओर से क्या कार्रवाई की गई। यह भी निर्देश दिया गया है कि क्या अप्रैल 2023 से सितंबर 2023 के बीच हुई पोक्सो से संबंधित मामलों में सुनवाई के बाद अभियुक्तों की रिहाई हुई है क्या। इसकी पूरी जानकारी सीआईडी मुख्यालय की ओर से मांगी गई है।

भूमि विवाद से संबंधित जानकारी भी मांगी गई

सीआईडी डीजी ने सभी जिलों के टीम प्रभारियों से भूमि संबंधी विवाद के मामले की भी जानकारी मांगी है। अप्रैल 2023 से लेकर सितंबर 2023 तक भूमि विवाद में किन लोगो की संलिप्तता रही, विवाद में कहा कह घटनाएं हुई। इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।

साइबर अपराधियों की संपत्ति के बारे में भी जानकारी जुटाएंगी सीआईडी

बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि साइबर अपराधी किन किन जिलों में सबसे अधिक सक्रिय है। उनकी पूरी सूची तैयार करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही साइबर क्राइम से इन अपराधियों ने अबतक कितनी संपत्ति बनाई है। इसकी भी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया गया है।

इन बिंदुओं पर भी मांगी गई जानकारी

–दो आपराधिक गुटों के बीच गैंगवार या रंगदारी को लेकर अगर आपसी टकराव की संभावना है तो उसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे।
–मानव तस्करी को लेकर भी निर्देश दिया गया है कि पीडि़ताओं की ओर से दिए गए आवेदन पर कार्रवाई हो रही है या नहीं इसकी डिटेल्स रिपोर्ट तैयार की जाए।