राँची पुलिस ने मोस्ट वांटेड 10 लाख का इनामी उग्रवादी भीखन गंझु सहित दो को किया गिरफ्तार,12.32 लाख रुपये सहित अन्य समान बरामद, 26 मामले में फरार चल रहा था
राँची।झारखण्ड में 26 मामले में फरार चल रहे एनआईए व झारखण्ड पुलिस का मोस्ट वांटेड 10 लाख इनामी उग्रवादी भीखन गंझू समेत दो गिरफ्तार हुआ है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर राँची पुलिस की टीम ने बीते 17 मार्च को सदर थाना क्षेत्र के ढेलाटोली में छापेमारी कर टीपीसी उग्रवादी 10 लाख इनामी भीखन गंझू और राहुल मुंडा को लेवी के 12 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। भीखन गंझू के ऊपर चतरा जिला के पिपरवार, टंडवा, लावालौंग, और पत्थलगड़ा, जबकि राँची जिला के खलारी, बुढ़मू मैक्लुस्कीगंज और कांके थाना में कुल 26 मामले दर्ज हैं।भीखन गंझू टेरर फंडिंग और विदेशी हथियार तस्करी मामले में झारखण्ड पुलिस के साथ साथ एनआईए के भी रडार पर था। एनआईए ने भीखन को मोस्ट वांटेड घोषित कर रखा था।
लेवी के 12.32 लाख रूपया बरामद:
रांची पुलिस की टीम ने भीखन गंझू के पास से लेवी के 12.32 लाख रूपया, सात मोबाइल, दो राउटर, टीपीसी का लेटर पैड, एक लैपटॉप समेत कई अन्य सामान बरामद किया है. भीखन को एनआईए भी रिमांड पर लेकर 13 फंडिंग हथियार तस्करी समेत कई अन्य मामलों में पूछताछ करेगी. इस मामले में संभावना जताई जा रही है कि कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है.
एनआइए का भी है मोस्ट वांटेड:
चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र में रहने वाला टीपीसी उग्रवादी भीखन गंझू के एनआईए के रडार पर था. एनआईए ने भीखन गंझू पर टेरर फंडिंग के मामले में कांड संख्या आरसी 05/2019/ और आरसी 06/2018 में मामला दर्ज किया है. मगध आमप्राली कोल परियोजना में टेरर फंडिंग, उग्रवादी परमेश्वर गंझू के यहां से लेवी राशि की बरामदगी व पूर्णिया आम्र्स रैकेट केस में भीखन को एनआइए तलाश कर रही थी.
मोस्टवांटेड होने के बावजूद कोयला कारोबार में सक्रिय:
भीखन गंझू सीसीएल कर्मी है. उग्रवादी संगठन में वह कमांडर है. पिपरवार के अशोका, टंडवा की मगध-आम्रपाली परियोजना में टेरर फंडिंग मामले में एनआइए ने चार्जशीट दायर की है. जबकि नागालैंड से हथियार की तस्करी में भी एनआइए ने भीखन पर चार्जशीट दायर की है. इन मामलों में वह फरार चल रहा था. मोस्टवांटेड होने के बावजूद वह इन दिनों कोयला के कारोबार में सक्रिय था. हाल में टंडवा में हुई आगजनी की घटना में भी भीखन का नाम सामने आया था. इतना ही नहीं भीखन ने कई कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों पर दबाव डालकर अपने आदमी को ट्रांसपोर्ट इन का काम भी दिलाया है.
इन बड़ी घटनाओं में शामिल था भीखन गंझू:
साल 2002 में भाकपा माओवादी संगठन में रहते हुए खलारी में लेवी के लिए पेटी कांट्रेक्टर की हत्या.
साल 2007 में चूरी कोलियरी के कर्मचारी से मारपीट कर विस्फोटक लूटने की घटना.
साल 2015 में विजन के राजेंद्र राम की हत्या.
साल 2017 में करमटांड़ जंगल में प्रदीप महतो की हत्या.
साल 2017 में बीजीआर कंपनी के कार्यों में विस्फोट लगाकर उड़ाने की घटना.
साल 2018 में चतरा जिला के पत्थलगड़ा में नागेश्वर गंझू की हत्या
साल 2020 में मैक्लुस्कीगंज में मदन साहू की हत्या.
साल 2021 में नरेश गंझू की हत्या
साल 2021 में बबलू मुंडा की हत्या की साजिश.