Ranchi:विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज….उपायुक्त और एसएसपी ने दी सफाई…
राँची।झारखण्ड स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा यानी सीजीएल 2023 (JSSC-CGL Exam) को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया।राँची में आंदोलन कर रहे छात्रों पर हुई कार्रवाई को सही बताते हुए जिला प्रशासन ने छात्रों को प्रजातांत्रिक ढंग से आंदोलन करने की सलाह दी।
राँची उपायुक्त और एसएसपी ने सोमवार शाम मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से सोशल मीडिया में लगातार यह धमकी दी जा रही थी कि सीजीएल परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान उन्हें रोका जाएगा। इसे देखते हुए आयोग के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लगायी गई थी। जिसका उल्लंघन करते हुए देवेंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र सड़क पर पाये गए।
प्रशासनिक कार्रवाई पर सफाई देते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि सड़क जाम होने की वजह से वहां आम लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए हल्का बल प्रयोग किया गया। उसी क्रम में विधि व्यवस्था नियंत्रित करने के लिए देवेंद्र नाथ महतो एवं दो अन्य जिसमें एक गिरिडीह के मधु रजक और दूसरा सरायकेला खरसावां के मनोज कुमार रजक को हिरासत में लिया गया है।
राँची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि सोशल मीडिया पर हिंसक आह्वान लगातार किया जा रहा था।छात्र नेता देवेंद्र महतो के नेतृत्व में सड़क जाम किया जा रहा था। पूर्व में 30 सितंबर को भी जेएसएससी कार्यालय के समक्ष उग्र प्रदर्शन किया गया था, जिस मामले में भी कांड दर्ज किया गया था। इस केस में भी देवेंद्र नाथ महतो की संलिप्तता की छानबीन की जा रही थी।
एसएसपी ने कहा कि कोई भी लोग हिंसक प्रदर्शन ना करें। अगर परीक्षा की शुद्धता को लेकर कोई संदेह है या कुछ शिकायत है तो आयोग के पास बातों को रखें। सरकार के पास बातों को रखें और इससे भी बात नहीं बनती है तो न्यायालय की शरण ले सकते हैं।इन सबके बीच पहले दिन आज भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 440 में से 430 अभ्यर्थियों का डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन जेएसएससी कार्यालय में हुआ। डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन का काम आगामी 20 दिसंबर तक चलेगा।
बता दें सोमवार को जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय का घेराव करने जा रहे छात्रों के साथ पुलिस की भिड़ंत हुई। जिसमें कई छात्र घायल हुए हैं। कुछ देर के लिए रणभूमि में तब्दील नामकुम बाजार में आंदोलनरत छात्र और पुलिस के बीच जमकर टकराव होता रहा। इस दौरान छात्र नेता देवेंद्र महतो एवं कुछ अन्य छात्रों पर पुलिस ने बीच सड़क पर जमकर लाठी बरसाई और घसीटते हुए गाड़ी में बिठाकर थाना ले गई।यह घटना कार्यालय से करीब एक किलोमीटर पहले हुई है।
इतना ही नहीं राज्य के विभिन्न जिलों से झारखण्डकर्मचारी चयन आयोग कार्यालय घेराव करने पहुंचे परीक्षार्थियों को पुलिस ने जबरन यहां से हटाया। एटीएम लॉ एंड ऑर्डर ने इस कार्रवाई का कमान खुद संभाल रखा था, साथ ही ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार छात्र दिन के करीब 12 बजे नामकुम बाजार स्थित मैदान पहुंचे जिसकी भनक प्रशासन को मिली और उसके बाद कार्रवाई का दौड़ शुरू हुआ।
पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए छात्रों ने आंदोलन तेज करने की धमकी दी है।हजारीबाग से आए छात्रों ने कहा कि जिस जगह पर छात्र एकत्रित हुए थे,वहां निषेधाज्ञा नहीं लागू किया गया था। प्रशासन के द्वारा जबरन छात्रों को हटाया गया और कुछ छात्रों को घसीटते हुए पुलिस की गाड़ी में बिठाया गया है पुलिस लाठी चार्ज के कारण से कई छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। छात्र नेता देवेंद्र महतो को जिस तरह से पुलिस के द्वारा पीटा गया है उससे साफ लगता है कि प्रशासन किस तरह से ज्यादती कर रही है।एक छात्र ने कहा कि इस परीक्षा में जिस तरह से गड़बड़ी हुई है और जबरन सरकार के पदाधिकारी इसे थोपना चाहते हैं वह कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।छात्रों का आंदोलन कम होने के बजाय और आगे बढ़ेगा।
गौरतलब है कि झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा काफी जदोजहद के बाद बीते 21 और 22 सितंबर को राज्य भर में सीजीएल परीक्षा 2023 आयोजित किया गया था, जिसमें प्रश्न पत्र लीक होने के साथ-साथ कई तरह की गड़बड़ियां होने का आरोप लगाते हुए इस परीक्षा को रद्द करने की मांग छात्र कर रहे हैं।
छात्रों की मांग को देखते हुए सरकार ने सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं इसके बावजूद छात्र मान नहीं रहे हैं और इस परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इन सब के बीच झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 16 दिसंबर से इस परीक्षा में चयनित परीक्षार्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम शुरू किया है जिससे आंदोलनरत छात्रों की नाराजगी बढ़ गई है।