Ranchi:सड़क किनारे खड़ी ट्रक में कार ने मारी जोरदार टक्कर,व्यवसायी की दर्दनाक मौत,दुकान बंद कर घर लौटने के दौरान दुर्घटना हुई
राँची।दुकान बंद कर घर लौट रहे व्यवसायी की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई।बताया गया कि हरमू राेड गाेशाला चाैक के पास रहनेवाले युवा व्यवसायी सह भाजपा नेता सुदीप गुप्ता 24 वर्ष की शुक्रवार देर रात सड़क हादसे में माैत हाे गई। सुदीप कटहल माेड़ के पास इंटीरियर डेकाेरेशन आइटम की दुकान चलाते थे। रात 10.30 बजे दुकान बंद कर अपनी कार नम्बर जेएच 01 सीटी 8883 से घर लाैट रहे थे।इसी बीच इटकी राेड पर बजरा के निकट जसलाेक अस्पताल के पास सड़क किनारे खड़ी ट्रक में गुप्ता ने जाेरदार टक्कर मार दी, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए। टक्कर की आवाज इतनी जाेरदार थी कि आसपास के लाेग सहम गए।घटना के तुंरत बाद दुर्घटनास्थल पर लाेग जुटे, ताे देखा कि कार में युवक फंसा हुआ है। लाेगाें ने उसे कार से बाहर निकालने की काेशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। इस बीच स्थानीय लाेगाें ने पुलिस काे सूचना दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लाेगाें की मदद से काफी मशक्कत कर कार में फंसे व्यवसायी सुदीप गुप्ता काे बाहर निकाला, लेकिन उसकी माैत हाे गई थी। पुलिस ने तत्काल उसे रिम्स पहुंचाया, जहां डॉक्टराें ने उसे मृत घाेषित कर दिया।
इधर सूचना पाकर सुदीप के दाेस्त काफी संख्या में रिम्स पहुंचे। रात हाेने की वजह से पाेस्टमार्टम नहीं हाे सका।आज शनिवार काे पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंपा जाएगा।
हादसे में सुदीप की माैत की खबर जैसे ही मुहल्ले में मिली, लाेग उसके घर पर जुटे। हालांकि उसकी मां-बहन काे सुदीप की माैत की जानकारी देर रात तक नहीं दी गई। उन्हें सिर्फ बताया गया कि एक्सीडेंट हुआ है। सुदीप अस्पताल में भर्ती है।बताया जा रहा है कि हादसे में मृत युवा व्यवसायी के पिता सुनील गुप्ता का निधन पिछले साल ही बीमारी की वजह से हाे गया था। उसके पिता पशु आहार का काराेबार करते थे। पिता के निधन के बाद से बड़ी बहन और मां की जिम्मेवारी उसके कंधाें पर आ गई थी। परिवार के भरण पाेषण के लिए उसने तीन महीने पहले ही कटहल माेड़ के पास इंटीरियर डेकाेरेशन आइटम की दुकान खाेल ली थी। चूंकि पिता न थे, इसलिए बहन की शादी की जिम्मेवारी भी उसी पर थी।
इधर सुबह से ही सुदीप के परिचितों का उनके घर पहुँचना शुरू है।चूंकि सुदीप भाजपा से जुड़ा था इसलिए भाजपा के कई कार्यकर्ता और नेता पहुँचे हैं।