Ranchi:10 माह से फरार आरोपी व्यवसायी पुलिस के हत्थे चढ़ा,अपने कर्मचारी को खुदकुशी के लिए उकसाने आरोप है
राँची।अपने कर्मचारी को खुदकुशी के लिए उकसाने वाले आरोपी व 10 माह से फरार सुबोध शर्मा को चुटिया थाना पुलिस ने उसके घर से शनिवार को अहले सुबह गिरफ्तार कर लिया है।उससे पूछताछ की जा रही है।वहीं अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।कोरोना जांच रिपोर्ट आने के बाद जेल भेजा जाएगा।इस मामले में थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने बताये की मामला 24 जून 2020 की है। आरोपी सुबोध शर्मा की प्रताड़ना के बाद मुकेश कुमार नाम का 25 साल के युवक ने अपना वीडियो बना खुदकुशी कर ली थी। जिसके बाद मुकेश के छोटे भाई ने चुटिया थाना में प्लावुड दुकान के संचालक सुबोध शर्मा और उसके दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। घटना के बाद से ही सुबोध शर्मा फरार था। पुलिस ने उसे कई बार पकड़ने की कोशिश की। लेकिन वह हर बार चकमा दे जाता।
24 जून 2020 को वीडियो बनाने बाद मुकेश ने की थी खुदकुशी
चुटिया थाना क्षेत्र में रहनेवाले मुकेश कुमार ने 24 जून 2020 को फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। आत्महत्या करने से पहले मुकेश कुमार ने एक वीडियो बनाया था। जिसमें उसने अपने मालिक सुबोध शर्मा पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। सुबोध शर्मा ने उसे घर से अपने लोगो द्वारा उठवा कर पिटाई करवाई थी। जबरन उसकी वीडियो बनाया था यह कहवाकर की तुमने तीन लाख रुपए गबन किए है। मुकेश की मौत होने के बाद उसके मोबाइल से मिले वीडियो में मुकेश यह बता रहा था कि वह अपने मालिक की प्रताड़ना से परेशान था। उसके मालिक ने उस पर चोरी का झूठा आरोप लगाया था, उसके साथ मारपीट की थी। इतना ही नहीं उसने अपने दोस्त को भी बुला कर उसके घर भेजा था। फिर उसे जबरन अपने गोदाम में बुलवाया था। फिर उसके साथ मारपीट की थी। इस वजह से वह फांसी लगा कर आत्महत्या कर रहा है।
आत्महत्या करने से पहले मुकेश कुमार के द्वारा बनाये वीडियो में उसने कहा है कि उसके मालिक सुबोध शर्मा ने जबरदस्ती वीडियो बना कर लिखवाया कि उसने तीन लाख रुपये के प्लाई की चोरी की है।मुकेश ने कहा कि मेरे मरने के बाद मेरी मौत का जिम्मेदार मेरा मालिक होगा और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाये।
घटना 24 जून 2020 की है,क्या था मामला और कैसे मुकेश ने फांसी लगाया था:
“मैं मुकेश कुमार, मैं बहुत दुखी होकर फांसी लगा रहा हूं। मेरा मालिक सुबोध कुमार ने जबरन मेरा वीडियो शूट किया। जिसमें मुझ पर दबाव डालकर तीन लाख रुपए की प्लाइवुड चुराने की बात कबूलवाई। उसके बाद मुझे अपने गोदाम में ले जाकर अपने साथियों से बुरी तरह पिटाई कराई।अब मेरे माता-पिता की जिम्मेदारी उसी की है। मैं तो जा रहा हूं, लेकिन आगे से कोई मालिक ऐसा नहीं करे कि कोई फांसी लगाने पर मजबूर हो जाए।” ये अंतिम वाक्य उस 25 साल के युवक की है,जिसकी जिंदगी की गाड़ी की अभी शुरुआत ही हुई थी। लेकिन, चलने से पहले ही रुक गई थी।
चुटिया के राजनगर निवासी मुकेश ने 24 जून 2020 बुधवार की शाम को अपने मालिक की प्रताड़ना से ऊब कर फांसी लगा ली थी। फांसी लगाने से पहले उसने अपना अंतिम वीडियो बनाया, ताकि लोग जान सकें कि उसने खुदकुशी क्यों की। मुकेश ने अपने अंतिम वीडियो में अपने मालिक सुबोध शर्मा पर आरोप लगाया है कि उन्हीं की वजह से वह खुदकुशी कर रहा है। क्योंकि, मालिक ने उसपर तीन लाख रुपए की प्लाइवुड चुराने का आरोप लगाया है। मुकेश के छोटे भाई आदित्य ने चुटिया थाने में सुबोध के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पांच साल से सुबोध शर्मा के यहां काम कर रहा था मुकेश
आदित्य ने बताया था कि सुबोध के यहां उसका भाई 5 साल से काम कर रहा था। वह बुधवार को पटना से राँची जनशताब्दी एक्सप्रेस से लौट रहा था, दोपहर 1 बजे मुकेश का फोन आया। मुकेश ने कहा-आज शाम तक एक लाख देना है। फिर पूछा तुम्हारे एकाउंट में कितने पैसे हैं, तो आदित्य ने कहा-400 रुपए। रांची पहुंचते ही आदित्य सुबोध के गोदाम में गया, तो सुबोध ने उसे थोड़ी देर बाहर रुकने को कहा।जब वहां अंदर गया तो देखा कि सीसीटीवी पर गमछा डालकर मुकेश की 5-6 लोग पिटाई कर रहे थे। आरोप था कि मुकेश ने 10 लाख की प्लाइवुड चुराई है। इसमें से तीन लाख उसे देनी है। 1 लाख शाम 7 बजे तक देना था।दोनों भाइयों को सुबोध ने कहा-अपना सर्टिफिकेट लाओ। साथ में तीन लोगों को भी रूम पर भेजा। दोनों के सर्टिफिकेट नहीं मिले तो पंकज का सर्टिफिकेट वे लोग गए।
मुकेश ने भाई से कहा-बगल केे रूम में सोने जा रहा हूं, फिर लगा ली फांसी
कमरे पर लौटकर मुकेश ने आदित्य से कहा-शाम 7 बजे तक 1 लाख रुपए का इंतजाम कैसे होगा। फिर आदित्य सेे कहा-मैं बगल में पंकज के कमरे में सोने जा रहा हूं। कुछ देर बाद एक परिचित अक्षय राम पहुंचे। आदित्य ने उन्हें सारी बात बताई। यह सुन अक्षय ने कहा-चलो मुकेश से बात करते हैं। दोनों जब कमरे का दरवाजा खटखटाए तो कोई आवाज नहीं आई। खिड़की से देखा तो मुकेश गमछा से पंखे के सहारे लटक रहा था। दरवाजा तोड़कर उसे गुरुनानक अस्पताल ले गए। वहां से डाक्टरों ने रिम्स भेजा, लेकिन रिम्स में मृत घोषित कर दिया गया।
एफआईआर दर्ज हुआ था और आरोपी फरार था
इस मामले में सुबोध शर्मा और अन्य लोगों के विरुद्ध खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था।तब से सभी फरार है।उसकी गिरफ्तारी का प्रयास चल रहा था।