Ranchi:तुपुदाना में टाइल्स फैक्ट्री के गेट पर अपराधियों ने की फायरिंग….गोलीबारी कर दहशत फैलाने की कोशिश,जांच में जुटी है पुलिस…
राँची।राजधानी राँची में एक बार फिर दहशत फैलाने की कोशिश की गई है।इससे जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिससे पता चलता है कि यहां अपराधियों और नक्सलियों का मनोबल कितना बढ़ गया है।यह घटना राँची के तुपुदाना ओपी से कुछ ही दूरी पर हुई है।यहां हिन्दुस्तान टाइल्स नाम की फैक्ट्री की गेट पर पीएलएफआई नक्सलियों ने बुधवार यानी 11 जून की रात ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।वहीं दहशत फैलाने के बाद नक्सलियों ने पत्थर में लपेटकर एक पर्चा भी फेंका है। तुपुदाना की ओर से आए बाइक सवार दो लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है।बाइक पर पीछे बैठे युवक ने पिस्तौल से फैक्ट्री गेट की ओर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसके बाद दोनों खूंटी की ओर भाग निकले।
जिस जगह गोलीबारी हुई है।वो इलाका खरसीदाग़ ओपी क्षेत्र में पड़ता है।इधर खरसीदाग़ ओपी के प्रभारी भवेश कुमार ने बताया कि दिनांक 11.06.2025 को समय करीब रात 08.10 बजे खरसीदाग ओपी क्षेत्र अंतर्गत राँची-खूंटी रोड में हिंदुस्तान टाइल्स फैक्ट्री के मुख्य द्वार के सामने बाईक सवार दो अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा PLFI पर्चा फेंकते हुए दो राउंड फायरिंग करते हुए खूंटी की ओर भाग गया। इस संबंध सूचना मिलने पर अविलंब घटनास्थल पर पहुंच कर घटनास्थल का जॉच किया गया । जांचोपरांत वादी ऋषिकेश रायपत पिता तुलसीदास खिमजी रायपत पता थर्ड स्ट्रीट शुक्ला कॉलोनी हिनू थाना डोरंडा जिला राँची के द्वारा दिए गये लिखित आवेदन के आधार उक्त घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कारवाई किया जा रहा है।
बरामद पर्चा पीएलएफआई के लेटर हेड पर लिखा हुआ है। पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर की ओर से लिखा गया है कि ‘तुम लोगों को समझाते हैं तो समझते नहीं हो, बहुत बुरा अंजाम होगा।जल्द पीएलएफआई कमांडर से संपर्क करो, नहीं तो आगे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो’। घटनास्थल से बरामद पर्चा पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।फैक्ट्री के गार्ड ने बताया कि फायरिंग के वक्त हल्की आवाज आई थी।उन्होंने कहा कि दोनों अपराधी हेलमेट पहने हुए थे।फिलहाल, जांच चल रही है।
इस घटना ने राजधानी की विधि व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है क्योंकि हाल के दिनों में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को कई सफलताएं मिली हैं।वहीं तुपुदाना इलाके में पुलिस की सक्रियता की वजह से विधि व्यवस्था मेंटेन थी लेकिन अचानक कई वर्षों बाद, इस इलाके में पीएलएफआई के पैड पर धमकी भरा पत्र देकर नक्सलियों ने एक तरह से पुलिस को खुली चुनौती दे दी है।