प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा: घबराने की जरूरत नहीं, हम सभी साथ मिलकर कोरोना को हराएंगे
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि घबराने की जरूरत नहीं है. उचित सावधानी बरतते रहें. हम सभी साथ मिलकर कोविड-19 महामारी को निश्चित रूप से हराएंगे. पीएम मोदी का यह संदेश उस समय आया है जब देश में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 14 हजार के पार जा चुका है और कोरोना की वजह से 480 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में आतंक फैला रखा है. लाखों लोग वायरस की वजह से अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि तमाम लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है. भारत में भी इस जानलेवा वायरस का काफी असर देखने को मिला है. कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए ही यहां देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था जिसे अब 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण की वजह से लोग डरे हुए हैं. देशवासियों के भीतर के डर को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक जोश से भरा ट्वीट किया है।
ऐसा लग रहा है कि पीएम मोदी ने यह ट्वीट उन लोगों के लिए किया है जिन्हें लॉकडाउन में राशन और जरूरी सामन की दिक्कत महसूस हो रही है. दरअसल, पीएम मोदी ने अपने ट्वीट के साथ ही साथ केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का ट्वीट भी री-ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि एफसीआई देश में खाद्यान्न की उपलब्धता के लिए लगातार मेहनत कर रही है।
पासवान के ट्वीट के मुताबिक 17 अप्रैल को 71 रेल रैक के जरिए 1.99 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न लोड और 64 रैक से 1.80 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न अनलोड किया गया है. पासवान ने यह भी बताया है कि राज्यों ने मुफ्त वितरण हेतु अब तक 29.90 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठाव किया है.
बता दें कि शनिवार शाम संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक का डेटा देखें तो देश में 1992 लोग ठीक हो चुके हैं. हम देखें तो हमारा क्योर पर्सेंटेज 13.85 प्रतिशत है. कल से कुल 991 नए पॉजिटिव केस आए हैं. इस तरह देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 14378 तक पहुंच चुकी है. पिछले 24 घंटों में 43 और लोगों की जान गई है. इस वजह से मौत का आंकड़ा 480 पर पहुंच गया है।
लव अग्रवाल ने कोरोना से हुई मौतों पर चर्चा करते हुए आगे कहा कि डेथ की जो डिटेल्स आई हैं, उसको हम एनलाइज करें तो हमने देखा है कि हमारे देश में मोरटलिटी करीब 3.3 प्रतिशत पाई गई है. जिसमें अगर आयुवार विश्लेषण करें तो पाते हैं कि 0-45 साल के आयुवर्ग में 14.4 प्रतिशत लोगों की जान गई है. 45-60 आयुवर्ग में यह 10.3 प्रतिशत, 60-75 आयुवर्ग में 33.1 प्रतिशत, 75 साल से ऊपर के मरीजों में यह 42.2 प्रतिशत रहा है. यानी की हम देखते हैं कि 75.3 केस जो हैं वो 60 से ज्यादा उम्र के लोगों में डेथ नोट की गई है।