राजनीति: काम कर गई भाजपा की धमकी? 24 घण्टे के अंदर साक्षी महाराज हुए कोरेन्टीन मुक्त
गिरिडीह। हाइवोल्टेज वोल्टेज ड्रामे के बीच उत्तरप्रदेश के भाजपा सांसद साक्षी महाराज जी को गिरिडीह प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर मुक्त कर दिया है।रविवार दोपहर साक्षी महाराज जी को क्वॉरेंटाइन से मुक्त किया गया। गौरतलब है कि शहर के शांति भवन में उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी जी महाराज को प्रशासन ने शनिवार को जबरन क्वारेंटाइन कर दिया था।
सांसद साक्षी जी महाराज को धनबाद रेलवे स्टेशन से गिरिडीह के शांति भवन लाया गया था। जहां एसडीएम प्रेरणा दीक्षित और नगर थाना पुलिस के निर्देश पर साक्षी जी महाराज को अगले 14 दिनों तक शांति भवन आश्रम में जबरदस्ती क्वारेंटाइन किया गया था। इस दौरान साक्षी जी महाराज ने प्रशासन पर और हेमंत सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया था।
सांसद ने राज्य सरकार पर बोला हमला
क्वॉरेंटाइन से मुक्त किये जाने के बाद साक्षी महाराज जी ने हेमंत सरकार पर हमला बोला। उन्होंने खुद को जबरन क्वॉरेंटाइन किये जाने को राज्य सरकार को मनमर्जी का जीता जागता उदाहरण बताया। इधर, सांसद को 24 घंटे शांति भवन में क्वॉरेंटाइन किये जाने को लेकर शहर में चर्चा का बाजार गर्म रहा। कई लोगों ने सांसद के क्वॉरेंटाइन किये जाने पर इसका विरोध भी किया। भाजपा के कार्यकर्ता इसका विरोध करते नजर आये।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर रविवार को धरना प्रदर्शन की तैयारी भी की थी। हांलाकि गिरिडीह प्रशासन ने धरना की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन फिर भी नेता और कार्यकर्ता धरने की बात पर अड़े थे।
राज्य सरकार पर इस कोरोना काल में कई ऐसे सवाल उठा है जो आने वाले समय मे राज्य सरकार को जबाब देना मुश्किल है। क्वारेंटाइन मुद्दे पर एक कदम आगे है जिसमें राज्य सरकार पर कई सवालिया निशान लगा है।वहीं साक्षी महाराज जी के जबरदस्ती क्वारेंटाइन मुद्दा तो झारखण्ड से लेकर दिल्ली तक सियासी पारा गर्म हो गया है।विपक्षी पार्टी को एक ये बड़ा मुद्दा मिल गया है क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए गाइडलाइंस दो तरह का हो गया है।
सांसद समेत कई लोगों ने दिया था कोरोना सैंपल
शनिवार को क्वॉरेंटाइन किये जाने के बाद सांसद समेत कई लोगों के कोरोना सैंपल लिये गये थे।लेकिन जांच में सभी के रिपोर्ट नेगेटिव आये थे। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही सांसद को क्वॉरेंटाइन मुक्त किया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सांसद को मुक्त करने का आदेश रविवार दोपहर तक आ चुका था. इस दौरान शांति भवन आश्रम का गेट बार-बार खुलता और बंद होता रहा। जिसके बाद अंत में करीब 1 बजे के लगभग साक्षी महाराज को मुक्त किया गया. सांसद साक्षी महाराज धनबाद से ट्रेन पकड़कर दिल्ली गए।