पलामू पुलिस ने सबसे बड़ा चोर गिरोह का किया खुलासा,गिरोह के 23 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, बड़ी चोरी के बाद करते थे पूजा, गुलेल से पता लगाते थे खाली घर का पता….

 

 

पलामू।झारखण्ड के पलामू पुलिस ने एक बड़े चोर गिरोह को पकड़ा है यह गिरोह मध्य प्रदेश के गुना का है।यह गिरोह एक ही समुदाय से है और पारदी गिरोह के नाम से जाने जाते है।पलामू पुलिस ने गिरोह से जुड़े 23 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार सदस्यों में 11 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें एक सोना कारोबारी है जो चोरी के जेवरात खरीदता था।

हाल के दिनों में झारखण्ड के पलामू में 15, लातेहार में तीन और गढ़वा में दो चोरी की घटना हुई थी।गिरोह के उद्भेदन के लिए पलामू , गढ़वा और लातेहार में स्पेशल टीम गठन किया गया था। पुलिस की स्पेशल टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिया। जिसमे से 22 चोरी की घटना में शामिल थे।गिरफ्तार पारदी गिरोह के पास से पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल होने वाले कई सामग्री को बरामद किया है।

पुलिस ने बताया कि पारदी गिरोह उसी घर को निशाना बनाता था जिस घर की चारदीवारी होती थी। गिरोह खिड़की को उखाड़ कर घर में घुसता था और सिर्फ सोना एवं जेवरात चोरी करता था।पुलिस जब चोरी के मामले की अनुसंधान में जुटी थी उसी दौरान पता चला कि हरियाणा में भी इसी तरह की चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने हरियाणा की घटना को पलामू की घटना से जोड़ा जिसके बाद गिरोह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली।

पुलिस के अनुसार,पारदी गिरोह रेलवे स्टेशन के आस पास ठिकाना बनाता था।जिस जगह में ठिकाना बनाते थे उससे 30 से 40 किलोमीटर दूर निशाना बनाते थे।घटना के दौरान किसी गिरोह का कोई भी सदस्य मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था। वे झारखण्ड, बिहार समेत कई इलाकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।

गिरोह के सदस्यों के पास से पुलिस ने गुलेल बरामद किया है।गुलेल से गिरोह घर को चेक करता था घर खाली है या भरा हुआ। गिरोह के महिला सदस्य बैलून बेचने के बहाने घर की रेकी करते थे।रेकी के बाद खाली घर के बारे में गिरोह के पुरुष सदस्यों को सूचना दी जाती थी।उसके बाद गिरोह घर को निशाना बनाता था।

गिरफ्तार चोरों ने पुलिस को बताया कि पारदी गिरोह से जुड़े सदस्य बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के बाद मंदिर में पूजा करते थे।इस गिरोह से जुड़े हुए इस पूजा में शामिल होते थे। पुलिस अनुसंधान में यह बात पता चला है कि गिरोह से जुड़े हुए कई सदस्य गया के जेल में हैं।पुलिस ने जब मामले में रामगढ़ के बरकाकाना इलाके में छापेमारी की तो कई जानकारी मिली थी।वहीं मौके से कई सदस्य फरार हो गए थे।

एसपी ने बताया कि पारदी गिरोह के सदस्यों ने काफी दिन तक बिहार के गया में ठिकाना बनाया था तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य बड़े ही शातिर तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। 22 सदस्य और एक सोनार को गिरफ्तार किया है।गिरोह के सदस्य चार पांच अलग अलग ग्रुप में बंट जाते है और घटना को अंजाम देते थे। 21 से अधिक चोरी की घटनाओं का उद्भेदन हुआ है।गिरोह के बारे में पुलिस को कई बड़ी जानकारी मिली है , गिरोह से जुड़ा हुआ सोनार ने एक लातेहार के एक व्यक्ति के खाते में लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया है।

गिरफ्तार आरोपियों में गट्टू उर्फ बादल, काशीनाथ पारदी, रोमा बाई, योगा पारदी, हरण, पारदी, अंजली बाई, सीमा बाई, गीता पारदी, रानी पारदी, गणेश पारदी, काबुल पारदी, पारस पारदी, गोखुल पारदी, सकरबती पारदी, मंजली पारदी, सीतल बाई, जय श्री पारदी, जीतेन उर्फ रौशन पारदी, हिमेश पारदी, अभय पारदी, बाला बाई, सुमन चौहान, मनोज कुमार ( सोनार)

छापेमारी में एसडीपीओ सदर मणिभूषण प्रसाद, थाना प्रभारी मेदिनीनगर टाउन देवव्रत पोद्दार, थाना प्रभारी लातेहार प्रमोद कुमार सिन्हा, सब इंस्पेक्टर सोनू कुमार चौधरी गुलशन बिरुआ, संतोष कुमार -2,अनिल कुमार सिंह, ऋषिकेश कुमार दुबे,सुबोध कुमार, संदीप भारती समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे।