#ऑपरेशन शिवांश:झारखण्ड पुलिस और छतीसगढ़ पुलिस ने फिल्मी अंदाज में 6 साल के शिवांश को सकुशल मुक्त कराया,रसोईया खिलावन ने लखपति बनने की शाजिश रची,तीन अपहरणकर्ता गिरफ्तार.
राँची।झारखण्ड और छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम आज के दिन एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।जहां इन दोनों राज्यों के पुलिस की वाहवाही हो रही है।इन दो राज्यों के पुलिस ने एक मासूम को पूरी फिल्मी अंदाज में अपराधियों से बचाया है।बता दें काम से निकाले जाने के खुन्नस और शीघ्र लखपति बनने के इरादे से जांजगीर बाराद्वार निवासी खिलावन महंत खरसिया क्षेत्र के व्यापारी के 6 वर्षीय बालक शिवांश अग्रवाल का अपने साथियों के साथ अपहरण कर पेशेवर गिरोह के जरिए 25 लाख रुपए फिरौती मांगने की तैयारी में था। लेकिन उनके इरादों पर पानी फेरते हुए रायगढ़ पुलिस ने झारखण्ड पुलिस की मदद से घटना की सूचना के महज 8 घंटे के भीतर “ऑपरेशन शिवांश” चलाकर आरोपियों के कब्जे से बच्चे को सकुशल बरमद कर लिया।
पुलिस ने बताया:
पुलिस ने बताया कि कल शनिवार को खरसिया के व्यवसायी रमेश कुमार अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके घर में पूर्व में रसोइया का काम करने वाले निखिल महंत उर्फ खिलावन उनके 06 साल के पोते शिवांश अग्रवाल को बिना बताए मोटर साइकिल में बिठाकर कहीं ले गया। उन्होंने बताया कि निखिल महंत को कुक के काम पर रखे थे,आवश्यकता नहीं होने पर बीते दिनों उसे काम से निकाल दिया गया था।कल शाम कुक निखिल मोबाइल चार्जर लेने के बहाने फिर उनके घर आया और शिवांश को चिप्स दिलाने के बहाने ले गया और नहीं लौटा।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही रायगढ़ एसपी संतोष सिंह जिले में नाकेबंदी का पांइट देकर तुरंत खरसिया चौकी पहुंचे। एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा को रायगढ़ मुख्यालय में सायबर टीम के साथ संदेही का लोकेशन ट्रेश करने व सीमावर्ती जिलों के थाना प्रभारियों से संपर्क करने की जिम्मेदारी सौंपा गया। एसडीओपी खरसिया पितांबर पटेल को अलग-अलग अधिकारियों की टीम बनाकर जांच में मिली जानकारी के अनुसार शीघ्र अलग-अलग दिशाओं में टीम रवाना किए। घटना की सूचना पाकर रात ही में बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी खरसिया पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी लेकर अधिकारियों को महत्तवपूर्ण दिशा निर्देश दिए।
डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा मामलें में आवश्यक निर्देश दिए जाते रहे। रायगढ़ एसपी द्वारा बनाई गई टीमों में चौकी प्रभारी खरसिया के हमराह में स्टाफ मुख्य संदेही खिलावन महंत के गृहग्राम बाराद्वार एवं पामगढ़ की ओर रवाना किया गया। एडिशनल एसपी रायगढ़ से मिल रही जानकारी व क्लू के आधार पर दो इंस्पेक्टर को घन्टें भर के अंदर रायगढ़-झारखण्ड के रास्ते रवाना किया गया। एसडीओपी खरसिया के साथ अन्य स्टाफ संदेही के लोकल संपर्क सूत्रों के यहां लगातार छापेमारी की जा रही थी। तभी आरोपियों के सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देने की जानकारी सामने आई। शातिर आरोपियों ने पुलिस की नाकेबंदी के रास्तों को जानते हुए मुख्य मार्ग को छोड़ते हुए पहाड़ी व अंदरूनी रास्तों का प्रयोग करते बम्हनीनडीह- नंदेली- तारापुर अमलीभौना होते हुए रायगढ़ की सीमा पार करने की जानकारी मिली।
आरोपी के परिजनों ने बिहार जाने की बात कही:
जबकि खरसिया में संदेही(आरोपी) अपने परिवार को बिहार जाने की बात बताया था ताकि पुलिस बिहार की ओर टीम रवाना करें। यही नहीं संदेही खिलावन महंत बालक को घर से मोटरसाइकिल में बिठा कर ले गया था। CCTV फुटेज में भी वह बाइक में दिखा लेकिन अपने साथियों के साथ अपनी पूर्व प्लानिंग अनुसार खिलावन महंत पुलिस को चकमा देने बाइक से निकला और रास्ते में बाइक छोड़ अपने दो साथी अमर दास महंत व संजय सिदार (ड्राइवर) जो किराए की अर्टिगा कार के साथ रास्ते में उसका इंतजार कर रहे थे,उनसे मिला.अब तीनों आरोपी बालक को कार में बिठाकर झारखण्ड रवाना हुए, वे इस घटना में अपने को सुरक्षित रखने झारखण्ड के पेशेवर अपहरण गिरोह को सौंपने के लिए सम्पर्क कर रहे थे,उसके बाद आरोपियों की योजना बालक के पिता से 25 लाख रुपए की डिमांड करने की थी।
रायगढ़ एसपी सभी पहलुओं को बारीकी से जांच कर आरोपियों के बिहार, झारखण्ड,उड़ीसा जाने की संभावना को देखते हुए इन राज्यों की पुलिस से कोऑर्डिनेट कर इन राज्यों की पुलिस के अलर्ट कर संदेहियों का डिटेल शेयर किया गया। झारखण्ड के सभी संबंधित एसपी से लगातार संपर्क करते रहें व रायगढ़ की पीछा करने वाली टीम को निर्देशित किया। इसी बीच आरोपियों के अर्टिगा कार से खूंटी झारखण्ड की ओर जाने की जानकारी मिली। खरसिया से रवाना हुई 2 इंस्पेक्टरों की टीम इस कार का पीछा कर रही थी। आगे इस टीम द्वारा खूंटी पुलिस को कार एवं संदेहियों(अपहरणकर्ता) का हुलिया बताकर नाकेबंदी का पाइंट दिया गया,जिस पर खूंटी एसपी के निर्देश पर पुलिस द्वारा आरोपियों की कार को रोका गया और पीछे-पीछे तभी रायगढ़ पुलिस की टीम पहुंची। जहां आरोपियों के कब्जे से बालक शिवांश को सकुशल बरामद कर खरसिया लाया गया है।आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों द्वारा 25 लाख फिरौती के लिए बालक का अपहरण करने की बात बताई जा रही है, इस कार्य के लिए वे झारखण्ड राँची के एक पेशेवर गिरोह के संपर्क में थे ।
डीजीपी डीएम. अवस्थी द्वारा झारखण्ड पुलिस को सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया गया है। उन्होंने ट्वीट पर एसपी राँची, एसपी खूंटी, एसपी सिमडेगा को पुलिस को सहयोग के लिये धन्यवाद दिए हैं । रायगढ़ एसपी द्वारा झारखण्ड पुलिस विशेष तौर पर खूंटी पुलिस को प्रशस्ति पत्र प्रेषित कर आभार प्रकट करना बताए हैं।रायगढ़ पुलिस को मिली सफलता पर डीजीपी डीएम अवस्थी द्वारा बालक को सकुशल बरामद करने वाली टीम के लिये 01 लाख रुपए इनाम की घोषणा की गई हैं। आई जी बिलासपुर ने 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा किए। खरसिया क्षेत्र सहित जिले के सभी नागरिकों द्वारा पुलिस की इस त्वरित कार्यवाई की प्रशंसा की जा रही है।
खूंटी पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से 6 वर्षीय बच्चे को सकुशल किया बरामद
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला अंतर्गत खरसिया से 6 वर्षीय व्यवसायी पुत्र के किडनैप मामले में झारखण्ड पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद करते हुए 3 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। रायगढ़ के खरसिया से बच्चा किडनैप मामले में खूंटी जिले की पुलिस के अलावा राँची और सिमडेगा जिला के पुलिस ने भी अहम भूमिका निभायी है।
शनिवार को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला अंतर्गत खरसिया से एक व्यवसायी के 6 वर्षीय पुत्र का अपराधियों ने किडनैप कर लिया था। किडनैप के बाद उसे राँची लाया जा रहा था।इसी बीच झारखण्ड पुलिस को बच्चे की किडनैप की सूचना मिली. सूचना पर 3 जिलों की पुलिस सक्रिय हुई और खूंटी जिला पुलिस ने कर्रा में बच्चा को सकुशल बरामद किया, वहीं वाहन सहित 3 किडनैपर को गिरफ्तार भी किया है।
खूंटी पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा:
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के एसपी ने यहां से 6 वर्षीय व्यवसायी पुत्र के किडनैप और उसे राँची की ओर ले जाने की जानकारी खूंटी एसपी को दिया। जानकारी मिलते ही खूंटी एसपी ने अपने पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया। एसपी ने गहन वाहन चेकिंग का आदेश दिया. आदेश मिलते ही रात 12:15 बजे खूंटी थाना की पुलिस ने गहन चेकिंग अभियान चलाया. इसी दौरान तेज रफ्तार से एक वाहन को आते देखा. पुलिस ने इस वाहन को रोककर जांच- पड़ताल की, तो इस वाहन से 6 वर्षीय बच्चे को बरामद किया. साथ ही 3 किडनेपर को पुलिस ने गिरफ्तार कर इसकी सूचना अपने सीनियर अधिकारियों को दी गयी।वहीं बच्चे की बरामदगी की खबर खूंटी एसपी ने तत्काल रायगढ़ एसपी संतोष कुमार सिंह को दी. सूचना मिलते ही खरसिया थाना की पुलिस खूंटी पहुंची और अपह्रत बच्चे को सकुशल बरामद किया. इस दौरान पुलिस ने बरामद बच्चे समेत तीनों किडनेपर को कोर्ट में पेश किया गया।
इन किडनेपर्स की हुई गिरफ्तारी:
रायगढ़ से किडनैप बच्चे की बरामदी के दौरान छत्तीसगढ़ के जांजगीर चंपा निवासी निखिल कुमार महंत उर्फ खिलावन (28 वर्ष), खरसिया थाना के नवापारा निवासी अमर दास महंत (23 वर्ष) और संजय किरार (30 वर्ष) को खूंटी की पुलिस ने गिरफ्तार किया.
राँची और सिमडेगा की पुलिस भी रही अलर्ट:
रायगढ़ के खरसिया से अपह्रत बच्चे की जानकारी मिलने पर इधर खूंटी के अलावा राँची और सिमडेगा की पुलिस भी अलर्ट हो गयी थी।किडनेपर की ट्रैकिंग में सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तरबेज और उनकी टेक्निकल सेल की भूमिका काफी अहम रही, वहीं राँची में भी जांच पड़ताल तेज कर दी गयी थी।
बच्चों की बरामदगी में इनकी रही सहभागिता:
रायगढ़ के खरसिया से अपह्रत बच्चे की सकुशल बरामदगी में खूंटी थाना प्रभारी जयदीप टोप्पो के अलावा खूंटी थाना के पुष्पराज कुमार, अजय कुमार भगत, डोमन टुडू समेत अन्य सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।