श्रावणी मेला को लेकर मुख्यमंत्री ने की हाई लेवल बैठक, मेला को भव्य बनाने के लिए अधिकारियों को दिए गए निर्देश…

 

राँची।सीएम हेमन्त सोरेन ने बाबा बैद्यनाथ धाम में 11 जुलाई से लगने वाले विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला को लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकरण एवं वरीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। राजधानी राँची के एटीआई सभागार में आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक में इस वर्ष 11 जुलाई से लगने वाले श्रावणी मेला की तैयारियों की जानकारी दी गई।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रावणी मेला में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा एवं सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। श्रावणी मेला हमारी आस्था का बड़ा केंद्र है। श्रावणी मेला के कारण झारखण्ड को देश-दुनिया में एक अलग पहचान मिली है। हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा नगरी आते हैं।उन्होंने कहा कि हर वर्ष इस विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का आयोजन काफी बेहतर तरीके से किया जा रहा है। इस वर्ष भी करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।ऐसे में वे यहां से बेहतर अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए श्रावणी मेला में नई कड़ी जोड़ते हुए इसे और भव्य रूप देने की दिशा में आगे बढ़ें, इसके लिए जो भी जरूरतें होंगी, सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएंगी।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में जहां विभागों के बीच समन्वय पर जोर दिया गया, वहीं श्रावणी मेला को भव्य रूप देने की बात कही गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला में सुरक्षा, साफ-सफाई, विश्राम, पेयजल, बिजली, पानी, शौचालय, स्नानघर, यातायात और स्वास्थ्य से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ होनी चाहिए।इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर तैयारियों को अंतिम रूप दें, साथ ही रैयतों से बात कर श्रावणी मेला समाप्ति तक मेला मार्ग में खाली पड़ी जमीन को लें, अगर वे इस पर सहमत होते हैं तो उस जमीन पर विश्रामगृह, शौचालय और स्नानघर की व्यवस्था करें, ताकि श्रद्धालुओं को अच्छी व्यवस्था मिल सके।उन्होंने यह भी कहा कि मेला समाप्ति के पश्चात उक्त भूमि को पूर्ण रूप से साफ करके उसके रैयत को वापस दें।उन्होंने कहा कि मेले में भीड़ को नियंत्रित करने के साथ-साथ यातायात प्रबंधन व्यवस्था को सुदृढ़ रखना भी बहुत जरूरी है। अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि मेला मार्ग पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएं तथा वाहनों की गति सीमा निर्धारित कर उसका कड़ाई से पालन कराया जाए।

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