नितेश मौत मामला:पोस्टमार्टम रिपाेर्ट आया ताे शरीर में मिले जहर के अंश,उत्पाद विभाग का दावा-युवक ने फांसी लगाकर की है आत्महत्या
–-उत्पाद कार्यालय में युवक का हुआ था संदेहास्पद माैत,परिजनाें ने लगाया था हत्या का आराेप
–आईपीसी की धारा 302 के तहत दर्ज की गई है प्राथमिकी, 2 दराेगा और एक सिपाही पर लगा है आराेप
बड़ा सवाल …
पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट के अनुसार मृतक के शरीर में मिले जहर, आखिर नितेश तक किसने पहुंचाया जहर
राँची।उत्पाद विभाग कार्यालय के बाथरूम में हुए नितेश विश्वकर्मा की संदेहास्पद माैत के बाद पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट में चाैंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। गाेंदा पुलिस काे मिले पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट के अनुसार मृतक के शरीर में जहर का अंश मिला है। शरीर से जहर का अंश मिलने के बाद पुलिस के भी हाेश उड़ गए हैं। मृतक का बिसरा प्रिजर्व कर जांच के लिए खेलगांव स्थित फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है। पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट आने के बाद अब आशंका जताई जा रही है कि जहर खाने से ही युवक की माैत हुई है। हालांकि उत्पाद विभाग ने फांसी लगाकर नितेश द्वारा आत्महत्या किए जाने का दावा की है। मालूम हाे कि 6 जनवरी की सुबह लगभग 7 बजे उत्पाद विभाग के 2 दराेगा और एक सिपाही ने छापेमारी कर डंगरा टाेली के समीप से नितेश काे पकड़कर ऑफिस ले गई थी। कुछ घंटे बाद ही फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किए जाने की बात कहते हुए उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल भेज दिया गया था। वहां इलाज के दाैरान उसकी माैत हाे गई थी। पीड़ित परिजनाें ने हत्या किए जाने का आराेप लगाते हुए हंगामा किया था। गाेंदा थाने की पुलिस ने मृतक की बहन पुष्पा देवी द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर आईपीसी की धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
उत्पाद विभाग ने पीड़ित परिजनाें काे दी थी झूठी जानकारी, हंगामा की ताे सभी काे भेजा सदर अस्पताल
मृतक की बहन पुष्पा देवी ने बताया है कि नितेश काे उत्पाद कार्यालय में बेरहमी से पीटा गया। जब वह बुरी तरह से घायल हाे गया ताे आनन-फानन में सदर अस्पताल भेज दिया गया। वह खूद जब उत्पाद कार्यालय जाकर नितेश के बारे में जानकारी ली ताे बताया गया कि उसे छाेड़ दिया गया। नितेश काे नहीं छाेड़े जाने की बात कहते हुए लाेग हंगामा करने लगे ताे बताया गया कि उसकी तबीयत बिगड़ी थी जिसके बाद सदर अस्पताल भेजा गया है। सदर अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली ताे पता चला कि उसकी माैत हाे गई है।
3 दराेगा और एक सिपाही पर नियम विरूद्व कार्रवाई का आराेप
नितेश की माैत के बाद पीड़ित परिजनाें ने दराेगा पंकज कुमार, ललित साेरेन और रूपेश सिंह के अलावा सिपाही रवि कुमार पर नियम विरूद्व कार्रवाई करने का आराेप लगाया था। पीड़ित परिजनाें द्वारा लगाए गए आराेप के बाद सहायक उत्पाद आयुक्त अरूण कुमार मिश्रा ने सभी काे लाईन हाजिर कर दिया था। वहीं पुलिस ने पूरे मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस जांच में अगर उत्पाद विभाग के तीनाें दराेगा और सिपाही दाेषी पाए गए ताे गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।