खूंटी:जमीन कारोबारियों से लेवी मांगने वाला नक्सली गिरफ्तार, आगजनी और पोस्टरबाजी कर फैलाता था दहशत…

 

खूंटी।झारखण्ड के राँची,सिमडेगा,खूंटी और चाईबासा जिले के विभिन्न इलाकों में पीएलएफआई के नाम पर बैनर,पोस्टर और पर्चा चिपकाकर लेवी मांगने वाले पीएलएफआई नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खूंटी के तपकारा गांव निवासी 28 वर्षीय गोविंद मांझी उर्फ ​​राजन दा को खूंटी पुलिस ने करमडीह जंगल से हथियार, कारतूस और संगठन के पर्चा के साथ गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार पीएलएफआई नक्सली तोरपा, रनिया और कर्रा के अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है और एक साल पहले ही जेल से छूटा था।जेल से छूटने के बाद वह मजदूरी करता था लेकिन पीएलएफआई संगठन के एक नक्सली ने उससे संपर्क किया और अब वह अपनी टीम में शामिल हो गया। इसके बाद वह राँची, खूंटी, चाईबासा और सिमडेगा जिले के ठेकेदारों और जमीन कारोबारियों से लेवी वसूल कर संगठन का विस्तार करने के काम में जुट गया था। इतना ही नहीं वह जमीन कारोबारियों को उनके मोबाइल और व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर लेवी की मांग करता था।

तोरपा डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गिरफ्तार पीएलएफआई नक्सली के घटनाक्रम का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पीएलएफआई नक्सली गोविंद मांझी उर्फ ​​राजन दा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए कर्रा थाना क्षेत्र के करमडीह जंगल में घूम रहा था। एसपी अमन कुमार को मिली सूचना पर सत्यापन और कार्रवाई के लिए टीम गठित कर छापेमारी की गई और त्वरित कार्रवाई करते हुए करमडीह जंगल में एक व्यक्ति को संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया। पुलिस पूछताछ में उसने अपना नाम गोविंद मांझी उर्फ ​​राजन दा बताया।उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तारी के बाद उसके पास से एक देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन और दो पीस पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया गया। गोविंद मांझी की गिरफ्तारी से खूंटी, राँची, सिमडेगा और चाईवासा में लेवी, आगजनी और पोस्टर चिपकाने के कई मामलों का खुलासा हुआ है।

डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली ने अपने संगठन के शीर्ष नक्सलियों और सदस्यों के बारे में भी कई खुलासे किए हैं। पुलिस को दिए गए बयान और नामों का सत्यापन किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि पुलिस जल्द ही उन नक्सलियों को गिरफ्तार कर लेवी की मांग को लेकर खूंटी और अन्य जिलों में वाहनों में आगजनी और पर्चा चिपकाकर दहशत फैलाने के प्रयास के मामलों का भी खुलासा करेगी।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में वह कर्रा के लोधमा स्थित रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी और पर्चा चिपकाने के प्रयास में शामिल था।इसके अलावा वह खूंटी और राँची के जमीन कारोबारियों को संदेश भेजकर लेवी की मांग करता था।पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

28 वर्षीय गोविंद पर खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा, गुमला समेत राँची जिले के कई थानों में मामले दर्ज हैं।मूल रूप से गुदड़ी थाना क्षेत्र के बंदगांव के बिटी उदडिंग गांव का निवासी गोविंद वर्तमान में तपकारा थाना क्षेत्र में रहता है।वांछित इससे पहले 2015 में तोरपा में हुए दोहरे हत्याकांड में जेल जा चुका है। इसके अलावा 2018 में डोरमा बाजार और तिरला बाजार में व्यवसायी से लूटपाट और 2019 में गैस पाइपलाइन का काम कर रहे ठेकेदार से लेवी मांगने के मामले में जेल जा चुका है। गोविंद तोरपा, तपकारा और रनिया थाना क्षेत्र में अलग-अलग मामलों में कुल सात बार जेल जा चुका है।

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