Jharkhand:चाईबासा पुलिस को मिली बड़ी सफलता,पूर्व विधायक के दो अंगरक्षकों की हत्या में शामिल 9 नक्सलियों व सहयोगियों को किया गिरफ्तार,हथियार बरामद
चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के 2 अंगरक्षकों की हत्या में शामिल रहे भाकपा माओवादी के नौ सदस्यों और सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि जांच में पता चला है कि इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए गहरी साजिश रची गई थी। इसमें बेला पंचायत का पूर्व मुखिया कुजरी केराई शामिल था।पुलिस ने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि इसी दस्ते ने कुछ समय पहले मुंशी बेहराम लुगून तथा प्रेम सिंह सुरीन की हत्या की थी। इसके अलावा जेसीबी मशीन में आग लगाई थी।पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने शनिवार को इसका खुलासा किया।पुलिस ने इस मामले में प्रधान कोड़ाह, पुसा लुगून, कुजरी केराई, श्रीराम तुबीड, शैलेश बाहांदा, मंगल सिंह लुगून, मंगल सिंह दिग्गी, रंगीया लुगून तथा सुनीया सुरीन को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 देशी कारवाईन, 42 राउंड गोली, नक्सली बैनर, नक्सली पोस्टर, मोटरसाइकिल तथा मोबाइल फोन बरामद किया है।
एसपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में नक्सलियों ने हत्याकांड की पूरी कहानी बयां कर दी है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह हथियारों की कमी से परेशान थे। इसके लिए विधायक के अंगरक्षकों के हथियारों की लूट करने की योजना बनी। योजना के तहत 4 जनवरी 2022 को झीलरुआ हाईस्कूल मैदान में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक को बुलाया गया। कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी बेला पंचायत के पूर्व मुखिया कुजरी केराई को सौंपी गई।
बताया कि एक साजिश के तहत विधायक को शाम होने तक रोककर रखा गया। नक्सलियों का दस्ता कार्यक्रम में चारो तरफ फैला था। इन्होंने अपने साथ चाकू और लाल मिर्च पाउडर ले रखा था। जैसे ही कार्यक्रम खत्म हुआा। विधायक के तीनों अंगरक्षकों पर लाल पाउडर फेंक दिया गया। अंगरक्षकों ने जब अपने बचाव में प्रतिरोध किया तो उन पर चाकूओं से हमला कर दिया गया। इसमें 2 अंगरक्षक शहीद हो गए। एक अंगरक्षक घायल हो गया था। इनके बाद नक्सली उनका हथियार लेकर फरार हो गए। घटना से पहले दो बार नक्सलियों ने बैठक कर इसका खाका तैयार किया था।