Jharkhand:चाईबासा में नक्सलियों से मुठभेड़;पुलिस ने 9 हथियार समेत कई सामान किया बरामद,उग्रवादी भाग निकला !
चाईबासा।पश्चिमी सिंहभूम के बंदगांव थाना क्षेत्र के खांडा गांव स्थित जंगल-पहाड़ी क्षेत्र में पुलिस को मिली गुप्त सूचना पर नक्सलियों के खिलाफ शुक्रवार की शाम सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने नक्सली संगठन पीएलएफआई सदस्यों को घेरने का प्रयास किया तो पीएलएफआई की फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।पुलिस की दिनेश गोप व जीदन गुड़िया दस्ते के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस दौरान नक्सली भाग निकले। इसके बाद पुलिस ने मौके से 9 हथियार, जिंदा कारतूस, वॉकी-टॉकी, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया।
प्रेस वार्ता में सुरक्षाबलों की ओर से शनिवार को बताया गया कि नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई। इसके बाद भी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। फायरिंग बंद होने के बाद सर्च अभियान के दौरान 1 SLR, 7.62 MM LMG, 1 .315 राइफल, 6 कंट्री मेड 9 MM पिस्टल, 1 दोनाली बंदूक, 13 मैगजीन, 169 जिंदा कारतूस, 1 वॉकी टॉकी बरामद किया गया है।
मनमारू पहाड़ी नक्सलियों के लिए माना जाता है सेफ जोन
मनमारू पहाड़ी नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है। यह पहाड़ी गुदड़ी प्रखंड और खूंटी जिला के सीमा पर स्थित है। बंदगांव थाने से लगभग 32 किलोमीटर दूरी होने के कारण नक्सलियों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है। पिछले साल भी इस पहाड़ी पर नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी।
उग्रवादी दिनेश गोप को पकड़ना तो दूर पुलिस के पास उसकी तस्वीर तक नहीं
रंगदारी के लिए कुख्यात पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के मुखिया दिनेश गोप को पुलिस और एनआईए 16 साल में भी उसे नहीं ढूंढ़ पाई है। फोटो तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। दिनेश गोप 2004 से राँची पुलिस को चैलेंज कर रहा है। कुछ दिनों पहले दिनेश गोप में राँची में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सेक्रेटरी से 20 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की थी जिसके बाद राँची के एसएसपी ने दिनेश गोप को ढूंढकर गोली मारने की बात कही थी।
एनआईए ने रखा है पांच लाख का इनाम
पिछली रघुवर दास की सरकार में दिनेश गोप को पकड़ने की पुरी कोशिश की गई थी। इसकी दोनों पत्नियां हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके रिश्तेदार की दर्जनों संपत्ति को जब्त कर लिया गया था। एनआईए लगातार इसके खिलाफ अभियान चला रही थी। इसके नाम पांच लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है। दबिश के बाद यह कुछ दिन अंडरग्राउंड हो जाता है फिर बाहर आ जाता है।एनआईए और राँची पुलिस के अलावा राँची के सीमावर्ती आधा दर्जन जिलों की पुलिस को दिनेश गोप की तलाश में है।