Jharkhand Lockdown:पूर्ण लॉकडाउन पर फैसला ले सकती है सरकार ! कोरोना से मौत के तांडव व सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरकत में आयी सरकार
राँची।बढ़ते कोरोना की चैन तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने मिनी लॉक डाउन लगाया है।लेकिन इससे कोई खास असर नहीं पड़ा है।कोरोना मामले के बढ़ोतरी में खास असर नहीं पड़ा है।वहीं झारखण्ड में 5 मई को पूर्ण लॉकडाउन करने पर विचार करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बैठक कर सकते है। 4 मई को वे आंतरिक तौर पर इसकी समीक्षा करेंगे, जिसके बाद 5 मई को लॉकडाउन को लेकर कोई फैसला ले सकती है।यह उम्मीद की जा रही है कि अब झारखण्ड सरकार पूर्ण लॉकडाउन लगा सकती है।सरकार चाहती है कि एक बार लॉकडाउन लगाकर केस को कंट्रोल में कर दिया जाये, उसके बाद सरकार के स्तर पर सारी व्यवस्था को दुरुस्त करने के बाद आहिस्ता-आहिस्ता पहले की तरह लॉकडाउन को हटायी जाये।इधर सुप्रीम कोर्ट ने भी सोमवार को देश की भयावह स्थिति को देखते हुए पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार करने की सलाह केंद्र सरकार और राज्य सरकार को दी है। ऐसे में राज्य सरकार अभी केंद्र सरकार के रुख का भी इंतजार कर रही है।वैसे बता दें झारखण्ड में 6 मई सुबह 6 बजे तक के लिए मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। 6 मई सुबह 6 बजे तक के लिए लगाये गये इस लॉकडाउन के बाद भी बहुत ज्यादा केस सामने आ रहे है, जिसके बाद पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है।सूत्रों की माने तो 4 मई की बैठक और 5 मई को होने वाले फैसले पर ही सारा कुछ निर्भर करेगा कि पूर्ण लॉकडाउन लगेगा या सख्ती को और बढ़ाकर एक और चांस लेगी। वैसे यह प्रयोग बहुत ज्यादा सफल होता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच कोरोना से अब तक कुल 2,39,734 लोग पीड़ित हो चुके है। 1,78,468 लोग ठीक हुए है. एक अप्रैल से एक मई के आंकड़ों का आकलन किया जाये तो एक्टिव केस की संख्या 58437 हो चुकी है। लॉकडाउन के दौरान भी लगातार मौतें हो रही है जबकि संक्रमितों की संख्या अब भी पांच हजार के आसपास ही रहता है इस कारण लगातार बढ़ते केस के बाद और राज्य में चिकित्सा की आयी कमी के कारण हालात बद से बदतर हो चुकी है।