Jharkhand:नन्हीं बेटी को छात्रा श्रुति ने कुत्ताें से बचाया,फिर नन्ही बेटी की माँ को मनाकर वापस सौंपी मासूम,पति की प्रताड़ना से तंग महिला ने अपनी 16 दिन की बच्ची काे मैदान में छोड़ दिया था
जमशेदपुर।छात्रा ने मिशाल पेश की,एक बेटी को एक बेटी ने कुत्तों से बचाया।पति की प्रताड़ना से तंग एक महिला ने अपनी 16 दिन की बच्ची काे टेल्काे टीआरएफ काॅलाेनी के मैदान में छाेड़ दिया। वहां आवारा कुत्ते घूम रहे थे। दसवीं में पढ़ने वाली बच्ची श्रुति ने जब यह मंजर देखा ताे हैरान रह गई। उसने महिला काे आवाज देकर राेका।काफी मान-मनाैव्वल की। इसके बाद माँ ने अपनी बच्ची काे आंचल में छिपा लिया।इस घटना से इलाके में श्रुति बिटिया की चर्चा चारो ओर हैं।
बच्ची की माँ हाता निवासी कुंती देवी ने कहा-मेरी शादी 2007 में संजय प्रजापति से हुई थी। पहली बेटी हुई ताे सबकुछ ठीक-ठाक था। दूसरी बेटी पैदा हाेने पर पति चिड़चिड़ा हाे गया। छाेटी-छाेटी बाताें पर नाेकझाेंक हाेने लगी। पति बेटा चाहता था, लेकिन 16 दिन पहले फिर तीसरी बेटी पैदा हुई। अस्पताल से घर जाते ही पति ने मारपीट शुरू कर दी। वह बच्ची काे देखना भी पसंद नहीं करता था। पति की प्रताड़ना से तंग आकर मैंने साेचा कि मेरी बहन घाेड़ाबांधा में रहती है।उधर ही बच्ची काे सुनसान जगह पर छाेड़ दूंगी। शुक्रवार सुबह 10 बजे घर से निकली। टेंपाे बदल-बदल कर घूमती रही और आखिरकार टेल्काे के टीआरएफ काॅलाेनी के मैदान में पहुंच गई। वहां बच्ची काे छाेड़कर वापस जा ही रही थी कि एक बच्ची ने देखा लिया। आवाज लगाई ताे काफी लाेग जुट गए। उस बच्ची की मान-मनाैव्वल देखकर मेरा सीना भी पसीज गया और मैंने अपनी बच्ची काे आंचल में छिपा लिया।
श्रुति बाेली-माँ ने आपबीती सुनाई तो मैंने पुलिस को फोन कर बुला लिया
श्रुति तिवारी ने कहा- मैं टीआरएफ कॉलोनी में खड़ी थी। तभी महिला बच्ची को गोद में लेकर पहुंची। एक मिनट वहां रुकी और बच्ची को जमीन पर छोड़कर जाने लगी। पहले मैं कुछ समझ नहीं पाई। महिला कुछ ही दूर गई थी कि आवारा कुत्ते जमीन पर पड़ी बच्ची को नोंचने दौड़े।मैंने अपनी परवाह किए बगैर कुत्तों से बच्ची को बचाया। आवाज देकर महिला को रोका। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। महिला ने जब अपनी आपबीती बताई तो मैंने पुलिस को फोन कर के बुलाया।
थाने में पति ने लिखकर दिया-पत्नी को कभी नहीं पीटूंगा, तब पुलिस ने छोड़ा
घटना शुक्रवार दाेपहर 1:30 बजे की है। लाेग जुटे ताे टेल्काे पुलिस काे सूचना दी गई। लेकिन पुलिस तीन घंटे के बाद पहुंची और महिला व बच्ची काे अपने साथ ले गई। पति काे थाना बुलाया गया। दाेनाें से अलग-अलग पूछताछ की। पत्नी ने पति पर मारपीट का आराेप लगाया जिससे पति ने इनकार कर दिया।काफी समझाने-बुझाने के बाद दाेनाें में लिखित समझाैता हुआ। पति ने लिखकर दिया कि वह पत्नी काे कभी नहीं पीटेगा। उसे अपने साथ रखेगा। इसके बाद थाने से दाेनाें काे छाेड़ा गया।
माँ की आपबीती
एक बच्ची के जन्म तक सब ठीक-ठाक था। दूसरी बच्ची के पैदा होते ही पति से अनबन शुरू हो गई। जब तीसरी बच्ची पैदा हुई, तो अस्पताल से लौटते ही मेरी पिटाई शुरू कर दी। इससे परेशान थी