#jharkhand:दो नाबालिग समेत चार लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में करीब 3 घंटे थाने का घेराव किया,ग्रामीण तीर-धनुष,टांगी और पारंपरिक हथियारों के साथ थाने पहुंचे थे।

चाईबासा।पाताहातु गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने गांव के 4 लोगों की पुलिस गिरफ्तारी का विरोध करते हुए 3 घंटे तक सोनुआ थाने का घेराव किया।पुलिस ने सोनुआ थाना क्षेत्र के पाताहातू गांव से 2 नाबालिग समेत 4 लोगों के पकड़े जाने से ग्रामीण विरोध जताते हुए उन्हें छोड़ने की मांग कर रहे थे।ग्रामीण तीर-धनुष, टांगी और पारंपरिक हथियारों के साथ थाने पहुंचे थे।ग्रामीणों की भीड़ काफी उग्र थी, जिसे काबू करने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी पहले से ही कर रखी थी. ग्रामीणों के गांव से निकलते ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई थी. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों के थाने पहुंचने से पहले ही पुलिस और सीआरपीएफ के जवान पहले से सोनुआ थाना और आसपास तैनात कर दिए गए थे. सोनुआ थाना पहुंचने के बाद यहां जब पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने ग्रामीणों को रोकने का प्रयास किया, तो ग्रामीणों का उग्र रूप देखने को मिला. ग्रामीणों ने थाने के मुख्य द्वार को जाम कर दिया और पारंपरिक हथियारों से थाने के मुख्य द्वार को पीटकर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान ग्रामीणों ने अपना विरोध जताते हुए थाना के सामने की मुख्य सड़क को तीन घंटे तक जाम रखा।थाने के सामने पारंपरिक हथियारों के साथ खड़े ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. उनकी मांगे थी कि चारों युवकों को पुलिस तुरंत छोड़ दे। वहीं, सोनवा थाना प्रभारी ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास करते रहे. थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि चारों युवक नक्सली दस्ते के सदस्य हैं और उनके लिए काम करते हैं।उन्होंने इस बात को स्वीकार भी कर लिया है. उन्होंने गिरफ्तार किये गये चारों युवकों को न्यायालय और जेल भेज दिये जाने की ग्रामीणों को जानकारी दी।इस पर ग्रामीणों ने यह कहते हुए नाराजगी जाहिर की कि उन्हें जेल भेजे जाने से पहले परिजनों को सूचना क्यों नहीं दी गई।मौके पर बीडीओ समीर कच्छप और सीओ सागरी बराल भी पहुंचे और दोनों पदाधिकारियों ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. हालांकि ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. बीडीओ, सीओ समेत पुलिस पदाधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करते रहे. बीडीओ, सीओ और पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को यह जानकारी दी कि चारों युवक नक्सली मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. काफी समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए और घर लौटे।