धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश,शिव मंदिर में मूर्तियों को किया खंडित,दो आरोपी गिरफ्तार

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद जिले में नवरात्र के मौके पर आपसी भाईचारा और सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई।बताया जा रहा है कि कुछ आसामजिक तत्वों ने शिव मंदिर में तोड़फोड़ की मूर्तियों को खंडित किया।यह घटना गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जमडीहा पंचायत के कुबरीटांड की है।वहीं ग्रामीणों ने दो आरोपी युवकों को पकड़ लिया। जिसमें से एक को थाना ले जाया गया। जबकि दूसरे आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ कर रखा था।इसी बीच सूचना पर ग्रामीण एसपी और डीएसपी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुँचे हैं।वरीय पुलिस अधिकारी ने ग्रामीणों से बातचीत की उसके बाद ग्रामीणों ने दूसरे आरोपी को भी पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं इलाके में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

मंदिर में की गयी तोड़फोड़ आक्रोशित ग्रामीण - Dainik Bhaskar

दो अपराधी गिरफ्त में
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी देते हुए दोनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया है। ग्रामीणों ने इस घटना के बाद सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी भी की है। ग्रामीणों ने पुलिस बल के सामने भी आक्रोश जताया है। प्रशासन से मंदिर तुरंत बनवाने पर नियम के साथ प्राण प्रतिष्ठा करने की मांग की गयी है। ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को बिजली के खंभे से बांधे रखा था ।

धार्मिक स्थल की सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे जवान
इस संबंध में ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन ने बताया कि हमें मंदिर में तोड़फोड़ की सूचना मिली थी। त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है जबकि दूसरे व्यक्ति को ग्रामीणों ने पकड़ा था उसे भी हिरासत में लिया गया है। इस पूरे मामले में एफआईआऱ की प्रक्रिया चल रही है। इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन की तरफ से इसे जल्द से जल्द ममन्दिर तैयार किया जाये। प्रशासन इस दिशा में तैयारी कर रहा है नवरात्र का समय है।

तीनों मंदिरों को बनाया निशाना, क्या बड़ी साजिश ?
पत्रकारों ने जब रिष्मा रमेशन से पूछा कि जानकारी मिल रही है कि पहले भी आरोपियों ने तीन मंदिरों को निशाना बनाया है, क्या यह एक बड़ी साजिश है। इस सवाल पर एसपी ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए कहा कि यह जांच का विषय है अनुसंधान पूरी होने के बाद ही इस मामले में टिप्पणी की जा सकेगी।


किसी भी तरह की सूचना पुलिस को दें:नवरात्र का समय है, ऐसे में लोग भावुक होकर बयान देते हैं। धार्मिक स्थल की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा। गांव में भी फोर्स रहेगी, जब तक मंदिर का निर्माण नहीं होता तबतक यहां सुरक्षा तैनात रहेगी। अगर ग्रामीणों को किसी पर शक है या शांति भंग करने की कोशिश में किसी की साजिश है, तो इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे सकते हैं।