पति-पत्नी ने एक छोटी सी बात पर मौत को गले लगा लिया,7 दिन की बेटी छोड़कर नदी में कूद गया,दोनों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया..
बिहार के मोतिहारी में दंपती ने पुल से नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली।आत्महत्या के पीछे की वजह आपसी विवाद है। शुक्रवार की देर रात पति के कॉल नहीं उठाने पर विवाद शुरू हो गया। इसके बाद देर रात ललबेगिया पुल से सिकरहना नदी में दोनों कूद गए। पत्नी का शव शनिवार की सुबह बरामद किया गया, जबकि पति का शव दोपहर बाद मिला है।
यह मामला मोतिहारी के चिरैया थाना क्षेत्र के ललबेगिया का है। दोनों की पहचान भेरियाही निवासी शिवनंदन जायसवाल (25) और ललबेगिया की रहनेवाली मुस्कान कुमारी (19) के रूप में हुई। दंपती को 7 दिन पहले ही बेटी पैदा हुई थी। 2 दिन पहले परिवार ने उसकी छठी की है। डेढ़ साल पहले ही दोनों की शादी हुई थी।
शादी के बाद शिवनंदन नेपाल में काम करता था और उसकी पत्नी ज्यादातर मायके में रहती थी। एक सप्ताह पहले मुस्कान ने बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के अगले दिन शिवनंदन नेपाल से ससुराल आया। वहां दो दिन पहले धूमधाम से बेटी की छठी मनाई। इसमें उसके घरवाले भी आए हुए थे।
इधर शिवनंदन की सास ने बताया कि शुक्रवार के दिन दोनों पति-पत्नी बच्चे को टीका लगवाने मोतिहारी गए थे। वहां से आने के बाद पत्नी को घर छोड़ कर बाइक से कहीं चला गया। रात में 9 बजे तक घर नहीं आया तो पत्नी कॉल करने लगी। वह कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। जब घर आया तो पत्नी ने सवाल किया। इस बात शिवनंदन नाराज हो गया। यह कह कर घर से निकला कि ‘ना रहेंगे, ना रोज का झंझट होगा।’
उसके पीछे-पीछे पत्नी मुस्कान भी निकली। उसने अपनी सास और मां को इसके बारे में बताया और पति के पीछे-पीछे चल दी। दोनों घर से करीब 600 मीटर दूर सिकरहना नदी पर बने ललबेगिया पुल पर पहुंच गए। वहां मुस्कान को रोकते-रोकते भी शिवनंदन ने पुल से नदी में छलांग लगा दी। इसी दौरान मस्कान की माँ भी वहां पहुंची। उन्हें आते देख मुस्कान ने अपने बच्चे को पुल पर रखा और नदी में छलांग लगा दी।
नाइटी पहनकर निकली पत्नी, पूछने पर कहा-मेहंदी में जा रही
शुक्रवार की रात पति-पत्नी करीब 10 बजे घर से निकले थे। रास्ते में गांव के ही एक युवक ने पूछा कि कहां जा रहे हैं? इसपर पति ने कहा कि पड़ोस में मेहंदी कार्यक्रम में जा रहे हैं। फिर पूछा कि रात में नाइटी पहनकर किस कार्यक्रम में जा रहे हैं? बाद में रात 12 बजे के करीब पता चला कि दोनों ने ललबेगिया पुल से नदी में कूद कर जान दे दी है। मृतका की चचेरी बहन प्रियंका ने बताया कि हम तो घर में सोए थे। रात में हल्ला हुआ तो पुल पर गए।
आज सुबह बरामद हुआ मुस्कान का शव
स्थानीय लोगों ने रात 11 बजे से ही दोनों के शव की तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई। सुबह करीब 7 बजे से खोज शुरू की और 8 घंटे की खोज के बाद मुस्कान के शव मिला। लेकिन शिवनंदन का शव नहीं मिला। मौके पर स्थानीय गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम की मदद से शिवनंदन की तलाश की गई। इसके बाद दोपहर को करीब 15 घंटे के बाद पति का शव भी बरामद हो गया।
शिवनंदन के साले विनय कुमार ने कहा कि वो नेपाल में काम करते थे। दोनों ने अचानक यह कदम क्यों उठाया, समझ नहीं आ रहा। वहीं, चिरैया सीओ आनंद कुमार गुप्ता ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की मदद से शवों को निकाला गया है। थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया है।