Hazaribagh:सिर कटी लाश मामले का खुलासा,छोटा भाई और उसकी पत्नी निकला हत्यारा…
हजारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग के इचाक थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु आइपीएस कुमार शिवाशीष ने बिहार के औरंगाबाद की टंडवा थाना पुलिस की मदद से नौ जुलाई को इचाक थाना क्षेत्र के लोटवा जंगल से बरामद सिर कटे धड़ की पहचान करते हुए मामले का उद्भदेन किया है।जंगल से बरामद धड़ और पदमा नदी से बरामद सिर औरंगाबाद जिले के नवीनगर के साया गांव निवासी भीम सिंह पिता स्व.विक्रम सिंह का था। उसके ही अपने छोटे भाई अर्जुन सिंह ने परिजनों की मदद से अपहरण कर इस वारदात को अंजाम दिया।
हजारीबाग के इचाक थाना क्षेत्र स्थित नेशनल पार्क के समीप उसकी गला काट कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि भीम सिंह की हत्या अर्जुन सिंह की पत्नी आरती देवी ने गला काट कर की थी आइपीएस शिवाशीष ने जानकारी दी थी कि एसपी मनोज रतन चौथे के दिशा निर्देश के तहत राज्य और राज्य के सीमा से सटे लगे विभिन्न थानों में अपहरण और लापता होने की सूचना मांगी जा रही थी।
इसी क्रम में औरंगाबाद के टंडवा थाना से भीम सिंह की अपहरण होने की सूचना मिली। जांच के क्रम में मोबाइल लोकेशन के आधार पर भीम सिंह के भाई और अन्य परिजनों का फोन लोकेशन पदमा थाना क्षेत्र में मिला और नौ जुलाई को जंगल से शव मिला था। गिरफ्तार आरोपितों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए हत्या की पूरी जानकारी दी।
छोटे भांजा को बनाया था आरोपी
आठ जुलाई से घर गायब भीम सिंह का पूर्व से छोटे भाई अर्जुन सिंह के साथ अनबन चलती थी। दस दिन से लापता भीम सिंह को लेकर उनके मामा मिथिलेश सिंह पिता स्व. विशुनपत सिंह ने 18 जुलाई को टंडवा थाने में छोटे भांजा अर्जुन सिंह को आरोपी बनाते हुए कांड संख्या टंडवा थाना कांड संख्या 79/23 दर्ज कराया था।
आवेदन में आरोप लगाया गया था कि उनके बड़े भांजे भीम सिंह को छोटे भांजे अर्जुन सिंह पिता स्वर्गीय विक्रमा सिंह ग्राम साया थाना नबीनगर जिला औरंगाबाद के द्वारा अपहरण कर लापता कर दिया गया है।
पहले हत्या फिर काटा गला
पुलिसिया पूछताछ में गिरफ्तार मृतक का छोटा भाई अर्जुन सिंह, उसकी पत्नी आरती देवी, उसका साला रंजीत कुमार पिता सुरेश सिंह (ग्राम समहुता थाना नगर जिला रोहतास) एवं साढू शालीग्राम सिंह (पिता वशीष्ठ सिंह ग्राम पिपरा जिला औरंगाबाद) ने बताया कि अपहरण के बाद भीम सिंह को नशीला पदार्थ सुंघाकर पहले गला दबाकर पहले हत्या कर दी ।इसके बाद शव को छुपाने के लिए अर्जुन सिंह अपने स्कॉर्पियो गाड़ी से हजारीबाग जिला के इचाक थाना क्षेत्र के पोखरिया क्षेत्र पहुंचा।
यहां लोटवा जंगल में अर्जुन सिंह की पत्नी ने शव को गला रेतकर धड़ से सर अलग कर दिया था। इसके बाद कटे सिर को घटना स्थल से पांच किलोमीटर दूर पदमा नदी में लाकर फेंक दिया था। इस घटना में संलिप्त चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर टंडवा थाने की पुलिस औरंगाबाद जेल भेज दिया है।
क्यों दिया हत्या की वारदात को अंजाम
प्रशिक्षु आईपीएस ने बताया कि पैसों के लालच एवं भीम सिंह की किसी और जाति की महिला से विवाह करने के इच्छा जताने की वजह से उसके छोटे भाई अर्जुन सिंह ने इस वारदात को अंजाम दिया।हालांकि,आरोपियों की यह कहानी पुलिस के गले के नीचे नहीं उतर पा रही है। पत्नी, साला और साढू का घटना में शामिल होना किसी और बात का इशारा कर रही है। इसका खुलासा रिमांड पर आने के बाद होने की बात कहीं है।