गिरिडीह:पिता-चाचा और दादा ने मिलकर बेटी की हत्या की थी….शव जलाया;जंगल से मिले कंकाल का खुला राज,ऑनर किलिंग से जुड़ रहा मामला….!
गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले में एक बीए की छात्रा की हत्या उसके पापा,चाचा और दादा ने की थी। पुलिस ने 20 जनवरी को मिले शव के अवशेष की गुत्थी सुलझा ली है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कुबुल कर लिया है। तीनों ने बताया कि हत्या के बाद युवती के शव को जला दिया है।यह हत्या करीब 25 दिन पहले हुई थी। जिसके अवशेष जिले के बिरनी प्रखंड चरगो जंगल से मिले है।
यह मामला भरकट्टा ओपी क्षेत्र का है। 20 जनवरी को चरवाहों ने जंगल में मानव खोपड़ी, हड्डियां, बाल और कपड़े देखे थे। जिसके बाद मामले की जांच करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा।गिरफ्तार लोगों में लड़की के पिता दिलीप राय उर्फ पिंटू, चाचा सियाराम राय और दादा परमानंद राय हैं। सभी को गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को जेल भेज दिया गया।
मामला ऑनर किलिंग से जुड़ रहा है। हालांकि पुलिस अब भी मामले की पड़ताल कर रही है। पुलिस की ओर से युवती की हत्या की वजह नहीं बताई गई है। पुलिस की माने तो इस मामले में और भी आरोपी हैं, उनकी गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा किया जाएगा।पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ने हत्या की बात मान ली है। उन्होंने पुलिस को दिए इकबालिया बयान में कहा कि उन्होंने बेटी की हत्या की और शव का रातों-रात अंतिम संस्कार कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर बरामद युवती के शव का अवशेष, हड्डी, खोपड़ी, बाल, कपड़ा को पुलिस जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया है। इस संबंध में भरकट्टा ओपी प्रभारी सुमंत प्रसाद ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया है।
चरगो जंगल में चरवाहो ने 20 जनवरी को एक अज्ञात युवती के शव का अवशेष देखा था। इसकी सूचना एसपी दीपक कुमार शर्मा और एसडीपीओ नौशाद आलम को दी गई थी। जिसके बाद ओपी प्रभारी ने एसपी के निर्देश पर शाम को ही घटनास्थल पर जांच शुरू कर दी।शव का जहां अंतिम संस्कार किया था, वह श्मशान घाट नहीं है। चरगो गांव के ही लोगों की जमीन में जंगल लगा है। जंगल में मनरेगा के तहत वर्ष 2020-21 में वर्षा जल संचय के लिए टीसीबी बना है। उसी टीसीबी में युवती के शव का जैसे-तैसे अंतिम संस्कार कर दिया था। जंगली जानवरों ने शव को निकाल खा गया।