धनबाद:नाबालिग स्कूली बच्चों को वाहन चलाने से रोकने के उद्देश्य से पूरे जिले में यातायात पुलिस द्वारा अभियान चलाये गए..

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद में यातायात प्रबंधन व सड़क हादसों के रोकथाम हेतु धनबाद पुलिस द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इसी उद्देश्य के तहत वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन के निर्देशानुसार पुलिस उपाधीक्षक यातायात अरविंद सिंह के नेतृत्व में यातायात पुलिस द्वारा दो पहिया वाहन चलाने वाले स्कूली बच्चों की पहचान सुनिश्चित कर रोकथाम हेतु आवश्यक कर्रवाई के लिए गुरुवार को जिले भर में विशेष जांच अभियान चलाया गया।

नाबालिग स्कूली बच्चों को वाहन चलाने से रोकने के उद्देश्य से पूरे जिले में यातायात पुलिस द्वारा चलाये गए अभियान के दौरान डिनोबली स्कूल सीएमआरआई के पास जांच अभियान के तहत कुल 16 नाबालिग छात्रों को दो पहिया वाहन के साथ रोका गया। पूछताछ के बाद वाहन को जब्त करते हुए छात्रों के अभिभावकों को सूचित कर स्कूल बुलाया गया।

मौक़े पर मौजूद एसएसपी द्वारा सभी अभिभावकों को संबोधित करते हुए इस लापरवाही को लेकर कड़ी हिदायत दी गई। जिले में होने वाले सड़क हादसों के बीच बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए एसएसपी द्वारा अगली बार दोषी पाए जाने पर सभी अभिभावकों के विरुद्ध कठोर कानूनी कर्रवाई करने की बात कही गई।

एसएसपी ने कहा कि पुलिस द्वारा यातायात जागरूकता अभियान व पुलिस की पाठशाला के जरिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है, बावजूद इसके लापरवाही करने वालों के खिलाफ वाहन जब्त करते हुए चालान व रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ माननीय अदालत में प्रतिवेदन सुपुर्द करने का निर्देश दिया गया। मोटर यान अधीनियम के तहत यातायात नियमों के उल्लंघन करने पर जुर्माने के साथ कारवास का भी प्रावधान है।

एसएसपी ने सभी स्कूल प्रबंधकों को भी निर्देश देते हुए वाहन चलाने वाले बच्चों की पहचान कर स्कूल की तरफ से आवश्यक कर्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। महोदय ने कहा कि इस तरह की लापरवाही को रोकने की सामूहिक जिम्मेवारी अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन की भी है। भविष्य में अगर स्कूल की तरफ से लापरवाही साबित हुई तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ उचित कर्रवाई के लिए संबंधित बोर्ड को पत्र प्रेषित किया जाएगा ।

एसएसपी ने धनबाद के नागरिकों से अपील करते हुए यातायात नियमों के पालन की अपील की, उन्होने अभिभावकों से स्कूली बच्चों को वाहन न देने की हिदायत देते हुए अन्य सुरक्षित विकल्प के साथ साइकल मुहैया कराने का सुझाव दिया गया।