देवघर:क्रेडिट कार्ड यूजर्स से ठगी करने वाले नाबालिग सहित 11 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों का शिकार
देवघर।झारखण्ड के देवघर एसपी के निर्देश पर साइबर डीएसपी के नेतृत्व में साइबर थाने की पुलिस ने जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के लतासारे सहित खागा थानांतर्गत रघुनाथपुर, करौं थाना क्षेत्र के डुमरथर, बुढ़ेई थाना क्षेत्र के डेलीपाथर व सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा गांव में छापेमारी अभियान चलाया।इन जगहों से पुलिस ने 10 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक किशोर को भी निरुद्ध किया गया है।पुलिस ने आरोपियों के पास से 13 मोबाइल फोन सहित 19 सिम कार्ड व आठ एटीएम कार्ड जब्त किये हैं।इन फोन व सिम कार्ड को खंगालने पर विभिन्न राज्यों में हुए 39 क्राइम के लिंक मिले हैं।गिरफ्तार आरोपितों में दुमका जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहुआजोर गांव निवासी आशीष कुमार मंडल सहित मोहनपुर थाना क्षेत्र के लतासारे निवासी सदानंद कुमार, चकरमा निवासी विजय कुमार मंडल, खागा थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर निवासी मुजफ्फर अंसारी, आसिफ अंसारी, अकबर अंसारी, कसरायडीह निवासी उमरान अंसारी, करौं थाना क्षेत्र के डुमरथर निवासी कुंदन कुमार दास, जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिर्गा गांव निवासी अंकुश कुमार मंडल व सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा गांव निवासी प्रमोद कुमार दास शामिल हैं।
साइबर डीएसपी राजा कुमार मित्रा के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपराध में संलिप्तता स्वीकार ली है।आरोपी ने बताया कि वे एसबीआई क्रेडिट कार्ड यूजर्स को लिंक भेजकर ठगी करते हैं। एसबीआई अधिकारी बनकर ग्राहकों को झांसे देकर एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी, एक्सपायरी डेट, ओटभ्पी लेकर ठगी करते हैं।साथ ही एनी डेस्क, क्विक सपोर्ट जैसे मोबाइल स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड कराकर बैंक डिटेल्स प्राप्त करने के बाद ठगी करते थे. साथ ही फोन-पे व पेटीएम का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का झांसा देकर फोन-पे गिफ्ट कार्ड क्रिएट कराकर डिटेल्स प्राप्त करने के बाद ठगी करते थे. विभिन्न बैंकों के अधिकारी व क्रेडिट कार्ड कंपनी के फर्जी पदाधिकारी बनकर ठगी का शिकार बनाते थे। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कराया व कोर्ट के निर्देश पर जेल भेज दिया।बता दें दो दिन पहले भी देवघर साइबर पुलिस ने एक दर्जन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।