Cyber Crime:साइबर अपराधियों ने गूगल पर पेट्रोल पंप खोलने का विज्ञापन डाला,फिर खुद को एचपीसीएल का कर्मी बता बूटी मोड़ निवासी से ठग लिए 9.25 लाख
–साइबर थाना राँची में दर्ज कराई गई है प्राथमिकी,चल रही है मामले में छानबीन, जून से अगस्त के बीच साइबर अपराधियों ने ठगे रुपए
राँची।साइबर अपराधी अब सोशल मीडिया पर तरह तरह के लुभावने ऑफर देकर लोगो को अपना शिकार बना रहा है। इस बार साइबर अपराधियों ने पेट्रोल पंप खोलने का विज्ञापन गूगल पर डाल राँची के बूटी मोड़ निवासी संतोष कुमार से 9.25 लाख रुपए की ठग लेने का मामला सामने आया है। इस संबंध में संतोष कुमार ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार संतोष कुमार मूल रूप से पलामू हैदर नगर के रहने वाले है। गूगल पर संतोष ने एक पेट्रोल पंप खोलने का विज्ञापन देखा। विज्ञापन देख संतोष ने दिए गए फार्मेट में अपना सारा डिटेल लिखकर दिए गए मेल आईडी पर भेज दिया।
एक सप्ताह बाद एक नंबर से कॉल आया और एचपीसीएल का कर्मी बता शुरू कर दी ठगी
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार संतोष कुमार को एक सप्ताह बाद एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को एचपीसीएल मुंबई हेडक्वार्टर का कर्मी संजीव कुमार बताया। उसने संतोष कुमार को कहा कि आपने हिंदुस्तान पेट्रोलियम की साइट पर पेट्रोल पंप के लिए अप्लाई किया है। उसने कहा कि आपने पांच लाख रुपए इनवेस्ट करने की बात कही है, उतने में ही आपका काम हो जाएगा। बाकी का हम फाइनांस करवा देंगे। संतोष उसके झांसे में आ गए। फिर उसने संतोष से उनका आधार, पैन, पासबुक, जमीन का लाइव लोकेशन भेजने के लिए कहा। संतोष ने सारे कागजात उसे भेज दिए।
जमीन वेरीफिकेशन के नाम पर पहले रजिस्ट्रेशन के लिए 30 हजार, फिर ठगते चले गए
इसके बाद उसने कहा कि आपके जमीन का फिजिकल वेरीफिकेशन होगा। इसके लिए उसने 30 हजार रुपए जमा करने के लिए पहले कहा। संतोष ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे जमा करा दिए। फिर उसने अलग अलग कार्यों के लिए अलग अलग एकाउंट में कुल 9 लाख 25 हजार 204 रुपए जमा करावाए। लेकिन ना तो उन्हें पेट्रोल पंप मिला और ना ही उनके पैसे वापस हुए। जब इतने पैसे उसने ठग लिए तब उन्हें पता चला कि वे ठगी के शिकार हो गए है। फिर संतोष कुमार ने साइबर थाना राँची में प्राथमिकी दर्ज कराई।