दिनदहाड़े अपराधियों ने रेलवे ठेकेदार को मारी गोली, लेवी को लेकर इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश…

रामगढ़।झारखण्ड के रामगढ़ जिला के बरकाकाना सांकी रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे की ओर से रूफ नेट (रॉक फॉल प्रोटेक्शन) का काम रेलवे विभाग द्वारा संवेदक से कराया जा रहा है। मंगलवार को  दिनदहाड़े हथियार से लैस चार अपराधियों ने आरव जीयो इंफ्रास्ट्रक्चर की साइट पर धावा बोलकर पहले इंचार्ज के साथ जमकर मारपीट की। इसके बाद प्रोपराइटर राजीव गुप्ता को गोली मारकर फरार हो गए। गोलीबारी की घटना के बाद मजदूरों और साइट पर काम कर रहे हैं कर्मियों ने राजीव गुप्ता को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है।बताया जाता है कि सिधवार से सांकी के बीच में चट्टान गिरने के कारण रेल परिचालन बाधित हो रही थी जिसके कारण रेलवे ने चट्टान ना गिरे उसके लिए रॉक फॉल प्रोटेक्शन (रूफ नेट) का काम करवाया जा रहा है और रॉक फॉल प्रोटेक्शन (रूफ नेट) का काम गरवारे टेक्निकल फाइबरस लिमिटेड पुणे की कंपनी ने लिया है और वहां आरव जियो इंफ्रास्ट्रक्चर (Aarav Geo Infrastructure) नामक कंपनी रॉक फॉल प्रोटेक्शन (रूफ नेट) लगाने का काम कर रही है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे जैसे ही काम शुरू हुआ वैसे ही चार की संख्या में हथियारों से लैस अपराधी कार्य स्थल पर पहुंचे। वहां सुपरवाइजर को पिस्टल दिखाकर वहां काम कर रहे मशीन को बंद कर दिया। इसके बाद मजदूरों को काम रोकने की बात कहकर सुपरवाइजर राघवेंद्र के साथ पिस्टल तानकर मारपीट करने लगे और मालिक का मोबाइल नंबर मांगने लगे।

इसी बीच आरव जियो इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोपराइटर राजीव गुप्ता वहां पहुंचे और फिर अपराधियों के साथ धक्का मुक्की होने लगी।इसी बीच एक अपराधी ने पीछे से उनकी कमर में बंदूक सटाकर गोली मार दी और वहां से चारों अपराधी फरार हो गए। गोली लगने के बाद राजीव गुप्ता वहीं गिर पड़े और फिर आननफानन में उनके भाई और कर्मियों ने उन्हें गाड़ी में लेकर निजी नर्सिंग होम लेकर आए। हालांकि उनकी स्थिति अभी स्टेबल बनी हुई है लेकिन गोली अभी भी उनकी जांघ में फंसी हुई है।

घायल के भाई राघवेंद्र ने बताया कि पहाड़ की ओर से चार दुबले पतले लोग कार्य स्थल पर पहुंचे और पहले जनरेटर बंद कराया और फिर उनके साथ मारपीट करने लगे।इसके बाद मजदूरों को दूर जाने को कहा और चारों ओर से घेरकर उनके साथ मारपीट करने लगे, मालिक का मोबाइल नंबर देने का विरोध किया तो चारों ओर से उन लोगों ने कसकर पड़कर मारा और मारपीट की। उन चारों के हाथों में पिस्टल था।

वहीं जख्मी ठेकेदार ने घटना को लेकर कहा कि वे अपने भाई राघवेंद्र को फोन कर रहे थे तो किसी ने रिस्पांस नहीं दिया तो वो खुद साइट पर पहुंचे।यहां देखा कि तो देखा कि उनके सुपरवाइजर भाई राघवेंद्र को चार लोग पीट रहे हैं राजीव भी उन चारों से जाकर भिड़ गए और इनके साथ भी धक्का मुक्की और मारपीट होने लगी।इसी बीच पीछे से एक अपराधी ने मेरी कमर से सटाकर गोली मार दी और वह गिर पड़े।इसके बाद चारों अपराधी जिस रास्ते से आए थे उसी रास्ते पहाड़ होकर फरार हो गए. गोली लगने के बाद खून ज्यादा बह रहा था जिसके कारण उनके भाई सुपरवाइजर और मजदूरों ने कंपनी की गाड़ी मंगवा कर मुझे निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए ले आए।

मामले में रामगढ़ एसपी डॉ विमल कुमार ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है टीम जांच कर आगे की कार्रवाई में जुटी है।इस वारदात में जो भी अपराधकर्मी शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, अपराधियों को चिन्हित किया जा रहा है एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम बनाई गई है।