#कोरोना गाइडलाइन को लेकर पूजा पर प्रशासन की सख्ती:पंडाल क्यों बनवाया ऐसा यह सवाल कर काले कपड़े से ढकवाया।
राँची।माँ दुर्गा की प्रतिमा राँची के सभी पूजा पंडालों में स्थापित की जा चुकी है। कोविड संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार प्रतिमा मात्र 4 फुट की सभी जगह पर बनाई गई है पंडाल भी सभी जगह छोटे बनाए गए हैं। प्रशासन के निर्देशानुसार सभी पूजा समितियां पूजा पंडालों को काफी सीमित दायरे में बनाया है। ना ही कोई लाइटिंग की गई है और ना ही कोई म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है।
इसके बाद भी गुरुवार को स्टेशन रोड स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में जिला प्रशासन का गुस्सा फूटा और पूजा समिति के सदस्यों से यह पूछा गया कि पंडाल इतना बड़ा क्यों बनाया गया है।पंडाल के अंदर चित्रकारी क्यों की गई है। पूजा समितियों पर जिला प्रशासन का गुस्सा ऐसा फूटा की पंडाल के चारों ओर की गई चित्रकारी को पूजा समिति द्वारा जबरन काले कपड़े से ढकवा दिया गया।
जबकि हिंदुओं के किसी भी शुभ कार्य में काले कपड़े का इस्तेमाल नहीं होता है। यह पहली बार है जब किसी पूजा पंडाल में काले कपड़े से माँ की प्रतिमा को छोड़ अन्य सभी चित्रकारी को ढकवा दिया गया है। जिसे पूजा समितियों के साथ-साथ हिंदू समुदाय में भी काफी रोष है। रेलवे दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने एसडीओ से बातचीत किया कि आप पंडाल बंद कर देें लोगों को नहीं आने दें लेकिन कपड़ा जो ढका गया उसे हटाने का आदेश दें।क्योंकि संदेश लोगों में सही नहीं जा रहा है।एसडीओ राँची ने जो कपड़ा पंडाल में ढका गया था उसे हटाने कहा है।जानकारी मुनचुन राय ने दी । राँची रेलवे स्टेशन के अध्यक्ष मुनचुन राय ने सदर एसडीओ से बातचीत कर काले कपड़े को हटाया ,मुनचुन राय ने कहा कि प्रसाशन के निर्देशानुसार इस वर्ष मैं श्रद्धालुओं से आग्रह करता हूँ कि पंडाल को देखने नहीं आये ,इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ।
जिला प्रशासन की ओर से दो दिन पहले पूजा पंडाल समिति को नोटिस दिया गया था।जिसका जबाब पूजा समिति की ओर से दिया गया है।