मनरेगा में फर्जी निकासी के आरोपी मुखिया को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
पलामू। हुसैनाबाद थाना पुलिस ने मनरेगा योजना में फर्जी निकासी मामले में हुसैनाबाद प्रखंड के पथरा पंचायत की मुखिया ललिता देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि मुखिया समेत 13 लोगों के खिलाफ मनरेगा योजना में फर्जी निकासी को लेकर हुसैनाबाद थाना में मामला दर्ज था। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी शीघ्र ही की जाएगी।बताया जाता है कि अक्टूबर 2020 में हुसैनाबाद प्रखंड के पथरा पंचायत के ग्रामीणों ने मनरेगा आयुक्त को पत्र प्रेषित कर शिकायत की थी कि पंचायत में संचालित योजनाओं में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई है। आवेदन के आलोक में मनरेगा आयुक्त ने पलामू के उप विकास आयुक्त को पथरा पंचायत में संचालित योजनाओं का ऑडिट कराने का निर्देश दिया था। उपविकास आयुक्त के निर्देश पर पांच सदस्यीय जांच टीम ने पथरा पंचायत में मनरेगा से संचालित सभी योजनाओं के स्थल पर जाकर जानकारी ली थी।इसमें पाया गया था कि 24 योजनाएं ऐसी हैं जिसमें बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। इसकी पूरी रिपोर्ट उपविकास आयुक्त को दी गई। इस पर उपविकास आयुक्त के निर्देश पर 9 नवंबर 2020 को पथरा पंचायत सचिवालय में जन सुनवाई कार्यक्रम हुआ था। जनसुनवाई के बाद 24 योजनाओं में फर्जी निकासी व गबन करने का मामला प्रकाश में आया था।उप विकास आयुक्त के निर्देश पर हुसैनाबाद के प्रखंड विकास पदाधिकारी एमानुएल जयविरिस लकड़ा ने पथरा पंचायत की मुखिया ललिता देवी, कनीय अभियंता विवेक कुमार, पंचायत सेवक नंदकिशोर राम, रोजगार सेवक विनोद चौधरी, संजय सूरज, मेसर्स अखिलेश कुमार, आपूर्तिकर्ता राहुल कुमार, ओम नम: शिवाय, मेठ धर्मेंद्र मेहता, कमला वर्मा, गोविंद ठाकुर व राजेश के विरुद्ध मनरेगा योजना में गबन किए जाने का मामला हुसैनाबाद थाना में दर्ज कराया था। इसमें मुखिया को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया।