झारखण्ड में सत्ता परिवर्तन:मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा….कल हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं…
राँची।झारखण्ड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।इसके बाद नयी सरकार के गठन का दावा पेश किया गया।हेमंत सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक में ये निर्णय लिया गया। इस बैठक में झामुमो, कांग्रेस व राजद के विधायक मौजूद थे।
सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई।लंबी चली इस बैठक में तय हुआ कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अपने पद से इस्तीफा देंगे और हेमंत सोरेन राज्य की बागडोर संभालेंगे।सत्तारुढ़ दल ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात का वक्त मांगा।राजभवन से समय मिलने के बाद चंपाई सोरेन व हेमंत सोरेन समेत अन्य नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की। इसके बाद चंपाई सोरेन ने अपना इस्तीफा सौंप दिया।इस मौके पर राजभवन में झारखण्ड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक प्रदीप यादव, सत्यानंद भोक्ता, विनोद कुमार सिंह मौजूद थे।
रघुवर दास को छोड़ किसी मुख्यमंत्री ने पूरा नहीं किया अपना कार्यकाल, शिबू सोरेन केवल 12 दिन रहे सीएम
बता दें झारखण्ड राज्य 2000 में अस्तित्व में आया। खनीज संपदा के मामले में सबसे अमीर राज्य माने जाने वाला झारखण्ड हमेशा से राजनीतिक उथल-पुथल का शिकार रहा है। 24 साल के युवा राज्य को अबतक 12 मुख्यमंत्री मिल चुके हैं।बीजेपी नेता और ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास को छोड़कर झारखण्ड में किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया।राज्य में हमेशा से सत्ता परिवर्तन का दौर रहा है।
झारखण्ड बनने के समय 15 नवंबर 2000 को बीजेपी के बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने।इनकी सरकार लगभग ढाई साल तक रही। इसके बाद 18 मार्च को अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनाया गया। वह लगभग दो साल तक मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद शिबू सोरेन 12 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने। 12 मार्च 2005 को फिर से अर्जुन मुंडा लगभग डेढ़ साल के लिए मुख्यमंत्री बने। 18 सिंतबर को निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा मुख्यमंत्री बने।इनका कार्यकाल लगभग दो वर्ष का रहा। 28 अगस्त 2008 को शिबू सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने,इनका कार्यकाल सिर्फ छह माह का रहा। इसके बाद 19 जनवरी 2009 को राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगा। 30 दिसंबर 2009 को तीसरी बार शिबू सोरेन छह माह के लिए मुख्यमंत्री बने। एक जून 2010 को दूसरी बार राष्ट्रपति शासन लगा। 11 सितंबर 2010 को अर्जुन मुंडा तीसरी बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन उन्हें लगभग ढ़ाई वर्ष में मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा। 18 जनवरी 2013 को तीसरी बार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा। इसके बाद 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन इनका कार्यकाल भी डेढ़ साल का ही रहा।
28 दिसंबर 2014 को भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार में रघुवर दास मुख्यमंत्री बने, जिन्होंने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। 2019 के चुनाव में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार को पूर्ण बहुमत मिली और 29 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। हालांकि ईडी की कार्रवाई की वजह से इन्हें 31 जनवरी को इस्तीफा सौंपना पड़ा।हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन को नया मुख्यमंत्री बनाया गया।चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी 2024 को 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद 3 जुलाई को उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा भी ठोक दिया है। हेमंत तीसरी बार और राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।