चंडीगढ़ पुलिस के सब-इंस्पेक्टर ने लूटे 1 करोड़,75 लाख रुपए बरामद,थाने से फरार हो गया सब-इंस्पेक्टर,दूसरी बार नौकरी से बर्खास्त…..
डेस्क टीम:
चंडीगढ़ पुलिस के सब-इंस्पेक्टर और उसके साथी पुलिसकर्मियों द्वारा कारोबारी से एक करोड़ रुपए लूट के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी सब-इंस्पेक्टर नवीन फोगाट को दूसरी बार नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।रविवार को चंडीगढ़ की SSP कंवरदीप कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मामले में 75 लाख रुपए की बरामदगी कर ली गई है लेकिन कोई आरोपी फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है।
इस मामले में 4 अगस्त- शुक्रवार- की देर रात चंडीगढ़ के सेक्टर 39 के थाने में SI नवीन फोगाट के साथ-साथ तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों,इमिग्रेशन कंपनी के सर्वेश कौशल, गिल और जितेंद्र नामक शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मामले में कुछ पुलिस अफसरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। मामले का खुलासा रविवार को हुआ।
यह मामला सेक्टर-39 पुलिस थाने से जुड़ा है, जहां के एडिशनल SHO की जिम्मेदारी नवीन फोगाट संभाल रहा था। नवीन और उसके साथी पुलिसकर्मियों पर सुनियोजित तरीके से वारदात करने के आरोप हैं। नवीन फोगाट को पहले भी एक मॉडल से रेप करने के केस में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। हाल में वह बहाली हुआ था।
जान से मारने की धमकी देकर लूट
आरोपी SI नवीन फोगाट और उसके साथी पुलिसकर्मियों ने बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल से 2-2 हजार रुपए के नोट बदलने के नाम पर एक करोड़ रुपए की लूट की। पुलिसवाले संजय गोयल को किडनैप कर सुनसान जगह ले गए और फिर एनकाउंटर व ड्रग के केस में फंसाकर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी दी।
आरोपी SI नवीन फोगाट और अन्य पुलिसकर्मियों पर शुक्रवार देर रात सेक्टर-39 थाने में केस दर्ज कर लिया गया था। मामले में नामजद होने के बावजूद नवीन फोगाट पुलिस अधिकारियों के सामने ही थाने से फरार हो गया।
अब पुलिस वारदात में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों की पहचान में जुटी है। उधर सेक्टर-39 थाने के SHO इंस्पेक्टर नरिंदर पटियाल का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। SSP की सुपरविजन में DSP चरणजीत सिंह ही मामले की जांच कर रहे हैं।
मामला 4 अगस्त का है। बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल ने अपनी शिकायत में कहा कि, उनके दोस्त ने कहा कि कुछ जानकार लोग दो-दो हजार रुपए के नोट बदलना चाहते हैं। इस पर वह 500-500 रुपए के एक हजार नोट लेकर मोहाली पहुंचे और वहां से एयरोसिटी रोड स्थित ब्राइट इमिग्रेशन के दफ्तर चले गए। यहां से सर्वेश नामक शख्स उन्हें लेकर चंडीगढ़ के सेक्टर-40 पहुंचा।
संजय गोयल के अनुसार, सेक्टर-40 में एक सब-इंस्पेक्टर पहले से तीन अन्य पुलिसकर्मियों के साथ वर्दी में खड़ा था। उनकी कार रुकते ही सारे पुलिसवाले एकसाथ उसकी गाड़ी में घुस गए और उसे व ड्राइवर को पकड़ लिया। इसी बीच सर्वेश और उसके साथ मौजूद गिल नामक व्यक्ति पुलिस के इशारे पर वहां से निकल गए। इसके बाद पुलिसवालों ने उनकी कार की तलाशी लेकर पैसा निकाल लिया।
संजय गोयल ने बताया कि पुलिस टीम कार और पैसे के साथ उसे सेक्टर-40 के बीट बॉक्स पर ले गई। वहां से फिर उसे सेक्टर-39 की धान मंडी के पास ले जाया गया। धान मंडी पहुंचने के बाद उसकी पूरी रकम एक डस्टर कार में रखवाई गई। इसके बाद पुलिस टीम ने उसे पैसा छोड़कर भाग जाने को कहा और ऐसा न करने पर एनकाउंटर करने की धमकी दी।
संजय गोयल के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मर्सिडीज कार में कोई बड़ा अफसर भी वहां पहुंचा था लेकिन वह अपनी कार से नीचे नहीं उतरा। इसी बीच पुलिसवालों के कहने पर वह मौके से भाग निकला और घर जाकर परिवार को पूरी वारदात बयां की। इसके बाद मामला SSP कंवरदीप कौर के संज्ञान में लाया गया।
एसएसपी के निर्देशों पर चंडीगढ़ के DSP चरणजीत ने शिकायतकर्ता संजय गोयल को सेक्टर-39 के थाने बुलाया, जहां उन्होंने SI नवीन फोगाट को पहचान लिया। संजय ने दावा किया कि थाने पहुंचने पर नवीन फोगाट उन्हें बाहर ले जाकर डील की कोशिश करने लगा। जब वह नहीं माने तो नवीन फोगाट थाने से फरार हो गया।
उधर देर रात इस संबंध में सेक्टर 39 के पुलिस थाने में SI नवीन फोगाट समेत तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों के साथ-साथ इमिग्रेशन कंपनी के सर्वेश कौशल, गिल और जितेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। इस मामले में कुछ पुलिस अफसरों की भूमिका की भी इन्वेस्टिगेशन चल रही है।
मॉडल से रेप केस में हो चुका बर्खास्त
आरोपी सब-इंस्पेक्टर नवीन फोगाट पर चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल में तैनात रहने के दौरान एक मॉडल के साथ रेप का आरोप लगा था। इस केस के बाद उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। अदालत में चली सुनवाई के बाद केस में बरी हो जाने पर उसे हाल ही में चंडीगढ़ पुलिस महकमे में दोबारा ज्वाइन कराया गया था। इसके बाद ही उसे सेक्टर-39 थाने के एडिशनल SHO की जिम्मेदारी दी गई थी।