सवारियों से खचाखच भरी बस पलटी,दो दर्जन से ज्यादा यात्री घायल….
गढ़वा।झारखण्ड के गढ़वा जिले में बुधवार की सुबह दर्दनाक सड़क हादसा हो गया है। दरअसल, मझिगांवा से गढ़वा जाने वाली यात्रियों से भरी बस घोड़दाग मोड़ पर पलट गई। जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गये। बस जहां पलटी वहां तीखी मोड़ के साथ गहरी खाई थी।जिसके कारण बस का पहिया ऊपर हो गया। बताया जा रहा है कि उक्त बस में करीब 50 लोग सवार थे। जिसमें से दो दर्जन लोगों को चोटे आई हैं।सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पुलिस और एंबुलेंस पहुंच गई है और यात्रियों को नजदीकी अस्पताल में पहुँचाया गया।बताया जाता है कि कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत घोड़दाग मोड़ के समीप कांडी गढ़वा जा रही बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।घटना बुधवार की सुबह तकरीबन सवा 6 बजे की है।
मिली जानकारी के अनुसार बस में सवारियों से खचाखच भरी हुई थी।मझिगांवा – कांडी से गढ़वा जाने के क्रम में घोड़दाग मोड़ के पास सड़क से 20 फिट नीचे खाई में जा पलटी।उक्त बस मझिगांवा से 5 बजे सुबह खुली थी। चारों चक्का ऊपर हो गया था।सड़क से गुजर रहे राहगीरों व स्थानीय लोगों की मदद से वाहन की शीशे को तोड़कर सभी सवारियों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया।घटना की सूचना मिलते ही कांडी थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार अपने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए एम्बुलेंस व पुलिस वाहन और सुरक्षित वाहनों द्वारा रेफरल अस्पताल मझिगांव भेजा गया।
इस दुर्घटना में 22 से अधिक सवारियों को घायल होने की बात बताई जा रही है,जिसमें डेढ़ दर्जन गंभीर रूप से घायल हैं।घायलों में श्रीनगर बेबी देवी, दारीदह नागेंद्र सिंह, हरिगावां लालमणि देवी, कांडी रवि कुमार, सड़की नीरज कुमार, घटहुआं पूनम देवी, चटनियां झुरवा जरही मुखलाल साह, पोलडी प्राची सिंह, मयंक सिंह, आराध्य सिंह, सड़की श्यामदेव, गढ़वा शांति देवी, तेनार अनिता देवी, दुमरसोत सरस्वती देवी, सहिजना गढ़वा शुभम पाल सहित अन्य का भी नाम शामिल है।
वहीं गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद चालक घटनास्थल से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चालक शराब के नशे में धुत था। वह कांडी से ही गाड़ी को लहराते हुए तेज रफ्तार में चल रहा था। अंत में घोड़दाग मोड़ के समीप गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।घटना की सूचना पाकर उक्त गाड़ी पर सवार सवारियों के रिश्तेदार व परिजन पहुंचे। मौके पर हजारों लोगों की भीड़ थी।