#BIHAR:शादी के दूसरे दिन दूल्हा की मौत,शादी में भाग लेने के बाद 350 से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच में लगभग 100 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कम्प मच गया है।
पटना।एक शादी समारोह में भाग लेने के बाद 364 लोगों की हुई कोरोना जांच में अब तक 100 लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद इलाके में दहशत व डर का माहौल पैदा हो गया है। जानकारी के अनुसार निरखपुर-पाली पंचायत के वार्ड दो निवासी का 28 वर्षीय पुत्र ग्रामगांव में इंजीनियर था जिसकी शादी 15 जून को प्रस्तावित थी। शादी के लिए वह 23 मई को गुड़गांव से आया था। इस दौरान उसका तिलक आठ जून व बरात 15 जून को नौबतपुर के पीपलावां गांव में गया था।शादी के दौरान ही लड़के की तबीयत अचानक खराब हो गयी। किसी भी तरह से इलाज कर उसकी शादी संपन्न करवाई गयी। फिर से 17 जून को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी। इसको लेकर उनके परिजन पालीगंज में ही निजी अस्पताल में दिखाए गए डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया। लेकिन पटना जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। और उसके बिना कोरोना जांच करवाये ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके बाद से लोगों को लगने लगा कि उसकी मौत कोरोना से ही हुई है। इसको लेकर 19 जून को मृतक के सगे संबंधियों व नजदीकियों की कोरोना जांच करायी गयी।
जिसमें 15 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। उसके बाद से ही लोगों में डर और घबराहट बढ़ गई। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य टीम ने 24, 25 और 26 जून को जांच शिविर लगाया जिसमें कुल 364 लोगों की जांच की गई। जिसमें 86 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। वहीं मृतक के कई सगे संबंधी जो अलग-अलग प्रखंडों के हैं उनकी भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। अचानक इतने लोगों के पॉजिटिव होने से हड़कंप है। पालीगंज के कई सामाजिक संगठनों ने सरकार से जांच तेज करने की मांग की है। स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य प्रबंधक प्रजित कुमार ने बताया कि कुछ रोगियों को बमीती फुलवारीशरीफ भेजा गया है और ज्यादातर को बिहटा भेजा गया है। बीडीओ चिरंजीव पांडे ने बताया कि मीठा कुआँ खगडी मोहल्ला, पालीगंज बाजार के कुछ हिस्से को सील किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद बाजार में सन्नाटा पसर गया है।
इधर,अधिकारियों के मुताबिक डीहपाली गांव निवासी एक युवक की विगत 15 जून को शादी हुई थी। बताया जाता है कि युवक दिल्ली से हाल में ही अपनी कार से आया था। वह वहां एक निजी कंपनी में इंजीनियर था। जब वह घर आया उस समय बिहार में क्वारेंटाइन सेंटर बंद हो चुके थे, जिसके बाद उसे होम क्वारेंटाइन कर दिया गया था। शादी के दूसरे दिन यानी 17 जून को पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया, जिसके बाद उसे पटना भेज दिया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।बाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी चिरंजीवी पांडेय के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले की छानबीन की और मृत युवक के स्वजनों सहित कोरोना संक्रमण की जांच के लिए करीब 125 लोगों का सैंपल लिया। बीडीओ चिरंजीवी पांडेय ने बताया कि संक्रमित पाए जाने वाले गांव व मुहल्ले को चिन्हित करके सील कर दिया गया है।
दूल्हे की मौत कोरोना से हुई है या किसी और बीमारी से अब इसका पता लगाना संभव नही है, क्योंकि दूल्हे का अंतिम संस्कार भी हो चुका है।अंतिम संस्कार के एक हफ्ते बाद जब इलाके के लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजेटिव आई तो उस दूल्हे को लोग कोसना शुरू कर दिए। ऐसा इसलिए कि जब तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी थी तो उसे एम्स भेजा गया जहां हॉस्पिटल के गेट पर पहुचने के साथ ही उसकी मौत हो गई थी जिसके कारण उसका कही भी सरकारी जांच प्रक्रिया नहीं हुई।
इस मामले में किसकी लापरवाही है वो जांच की बात है, लेकिन उस नवविवाहिता का क्या जिसका ससुराल पहुंचने के पहले की सुहाग उजड़ गया।वहीं दुल्हन के पिता ने बताया कि विवाह में दूल्हे की तबियत कुछ खराब थी। तब बताया गया कि लूजमोशन के कारण थोड़ी कमजोरी महसूस हो रही है। इस घटना के बाद दुल्हन पक्ष के लगभग 100 लोगों की कोरोना जांच कराई गई जहां गनीमत रही कि दुलहन पक्ष का कोई भी कोरोना से ग्रसित नहीं पाया गया है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन वर पक्ष की तरफ से बारात में शामिल लगभग सभी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।