बाबूलाल मरांडी ने कहा-राजीव अरुण एक्का का तबादला कोई सजा नहीं,सीएम उन्हें तत्काल निलंबित करें,और मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिये…
राँची।मुख्यमंत्री के प्रधान और गृह सचिव राजीव अरूण एक्का पर सरकार के द्वारा किए गए तबादले से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी संतुष्ट नहीं हैं उन्होंने ट्वीट करके मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि राजीव अरूण एक्का का तबादला कोई सजा नहीं है।सीएम उन्हें तत्काल निलंबित करें।उन्होंने कहा कि गृह विभाग जैसे संवेदनशील एवं राज्य देश के अति गोपनीय जानकारी रखने वाले विभाग की फाइल दलाल के यहां ले जाना बेहद ही गंभीर, चिंतनीय और शर्मनाक है।इस गंभीर मामले में ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट, पद का दुरूपयोग करने के आरोपी की धाराओं में मुकदमा किया जाना चाहिए। राजीव अरूण एक्का और इनके दलाल सिंडिकेट को जेल भेजा जाए।बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव के पद पर कार्यरत राजीव अरुण एक्का पर लगे कथित आरोप के बाद उनका तबादला कर दिया गया। उन्हें पंचायती राज विभाग में प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। इस बाबत झारखण्ड कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी थी।
बाबूलाल मरांडी ने जारी की थी वीडियो क्लिप
बता दें कि बीजेपी नेता सह सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार को एक वीडियो क्लिप जारी किया था।जिसमें आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया था कि ये वीडियो क्लिप विशाल चौधरी के राँची के अरगोड़ा चौक के निकट स्थित कार्यालय का है. विशाल चौधरी का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब ईडी की टीम ने उसके ठिकाने पर छापेमारी की थी. इस वीडियो में विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठ कर राजीव अरुण एक्का सरकारी फाइलें निपटा रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने वीडियो जारी करते हुए राजीव अरुण एक्का को पद से हटाने की मांग की थी. जिसके बाद रविवार यानि 5 मार्च की रात उनका तबादला कर दिया गया.