अशोकनगर हत्याकांड का खुलासा:पेंटर औरंगजेब ने साथियों के साथ मिलकर लूटपाट के दौरान बुजुर्ग महिला को मार डाला था,तीन गिरफ्तार
राँची।राजधानी राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में स्थित अशोकनगर रोड नंबर 4 में बीते 18 मार्च 2022 की दोपहर को 12.15 बजे अपराधियों ने रिटायर्ड बैंककर्मी विजय सिन्हा की पत्नी को चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दिया था। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई थी।वहीं घटना को अंजाम देकर अपराधी घटनास्थल से फरार हो गया था। इस घटना को लेकर मृतका के पति विजय कुमार सिन्हा ने अरगोड़ा थाना में मामला दर्ज कराया था।वीआईपी इलाके में हुई घटना को एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने गम्भीरता से लिया और एक एसआईटी का गठन किया और मामले को जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया था।
राँची पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना में शामिल सभी तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहम्मद औरंगजेब, मोहम्मद जाफर और नौशाद अंसारी है। पुलिस की पूछताछ में औरंगजेब ने बताया कि लूटपाट करने के बाद महिला की हत्या कर दिया गया था। इस लूटपाट में महिला के घर से चार मोबाइल और घड़ी लेकर फरार हो गया था।
पुलिस ने मालम्बिका देवी की हत्या में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों में मो औरंगजेब अंसारी, मो नाफर उर्फ जाफर उर्फ छोटू अंसारी और मो नौशाद शामिल है। नौशाद औरंगजेब का चाचा है। तीनों अपराधी नरकोपी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। गिरफ्तार औरंगजेब व जाफर ने पूछताछ में पुलिस कई अहम जानकारी दी। पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटा हुआ तीन मोबाइल के अलावा दो चाकू व अन्य सामान बरामद किया गया है। तीनों अपराधियों को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलवायी जाएगी।
हत्या करने के बाद बोला खून की होली खेल कर आये है
हत्या करने के बाद दोनों अपराधी अरगोड़ा चौक के रास्ते से भाग रहे थे। उसी दौरान कुछ बच्चों ने दोनों को रंग लगाने के लिए रोका। अपराधियों ने बच्चों से कहा कि वे बहुत बड़े गुंड्डे हैं। अभी खून की होली खेलकर जा रहे हैं। यह सुनते ही बच्चे सहम गए और वहां से भाग निकले।
औरंगजेब ने महिला को किया था फोन
महिला के घर दोनों अपराधी पहले काम कर चुके थे। इस वजह से औरंगजेब के पास महिला का नंबर भी था। 17 मार्च को औरंगजेब ने महिला को फोन किया और कहा हम लोग फ्री हैं। कोई काम है तो बताएं। इसके बाद महिला ने उसे 18 मार्च को आने के लिए कहा था। 18 मार्च को रिटायर डीजीएम के घर से निकलने के बाद दोनों अपराधी पहुंचे। महिला ने उन्हें पानी व लड्डू दिया। खाने के बाद दोनों उनकी हत्या कर दी।
चादर में लपेट शव को डाल दिया पलंग के नीचे
महिला की हत्या करने के बाद औरंगजेब ने जहां उन्हें चादर में लपेटकर पलंग के नीचे डाल दिया। वहीं दूसरी तरफ जफर घर में पड़े एक अलमीरा को तोड़ने की कोशिश करने लगा हालांकि इसमें दोनों कामयाब नहीं हो पाए उन्हें लगा कि अगर अब कोई आ गया तो वे पकड़े जाएंगे ,इसलिए उन्होंने मौके पर पड़े चार मोबाइल और एक सोने का कंगन ले कर भाग खड़े हुए।
बबलू ठेकेदार से मिला सुराग
हत्याकांड को सुलझाने के लिए राँची पुलिस के पास एकमात्र सुराग सीसीटीवी फुटेज था, जिसमें औरंगजेब और जफर दिखे थे। लेकिन दोनों की पहचान काफी मुश्किल थी। इसी बीच पुलिस ने बबलू नाम के एक ठेकेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बबलू ने पुलिस को यह बताया कि उसके अलावा नौशाद अंसारी नाम का एक व्यक्ति भी मजदूरों को अशोकनगर में काम करने के लिए भेजता है। तब पुलिस नौशाद को पकड़ा।
नौशाद ने पहले बोला झूठ, फिर खोला राज
सीसीटीवी फुटेज से मिले दोनों अपराधियों की तस्वीर को नौशाद को दिखाया गया लेकिन उसने दोनों को पहचानने से इंकार कर दिया। थाना से बाहर निकलने के बाद उसने अपने बड़े भाई से कहा कि दोनों को कहीं छुपा दो। पुलिस को फिर शक हुआ और नौशाद से कड़ाई से पूछताछ की। तब उसने अपराधियों के नामों का खुलासा किया।