शिक्षिका को गोली मारने के बाद आरोपी पेड़ के सहारे फांसी लगाने की कोशिश कर रहा था पुलिस ने दबोचा..

 

देवघर।झारखण्ड के देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बांक पंचायत के चित्रपोका गांव अवस्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में 40 वर्षीय सहायक शिक्षक शैलेश कुमार यादव ने 35 वर्षीया प्रधानाध्यापिका चांदनी कुमारी को स्कूल के अंदर छात्र-छात्राओं के सामने गोली मार दी। गोली लगने से प्रधानाध्यापिका गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रधानाध्यापिका दुमका जिलांतर्गत जरमुंडी थाना के नोनीहाट, घोंघा डेकचक गांव की है। घटना की जानकारी सहायिका ने ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण स्कूल पहुंचे व प्रधानाध्यापिका को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही थानेदार प्रिय रंजन कुमार सदलबल मौके पर पहुंचे। आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की। मोबाइल लोकेशन के आधार पर घटना के तीन घंटे बाद आरोपी सहायक शिक्षक को घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर कुरुमटांड़ जंगल की झाड़ी में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के क्रम में उसके पास से एक जिंदा गोली जब्त की गयी।

पुलिस के अनुसार जहां से आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है, वहां आरोपी एक पेड़ के सहारे फांसी लगाने की कोशिश कर रहा था। घटनास्थल से पुलिस ने एक चाकू व फंदा बनी रस्सी जब्त की है। आरोपी सहायक शिक्षक मोहनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बंधुकुरूमटांड़ गांव का निवासी है। पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी भी कर ली है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पिस्टल की बरामदगी को लेकर उसकी निशानदेही पर विद्यालय समेत 10 जगहों पर छापेमारी की, परंतु पिस्टल नहीं मिल पाया। पुलिस आरोपी से सघन पूछताछ कर रही है। वहीं स्कूल के सभी शिक्षक मौके से गायब मिले। पुलिस सभी शिक्षकों से पूछताछ के लिए संपर्क करने की कोशिश कर रही है।

क्या है पूरा मामला

घटना के बाबत प्रधानाध्यापिका चांदनी कुमारी के अनुसार घटना गुरुवार दोपहर 12:30 बजे की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय में पांच शिक्षक कार्यरत हैं। उसमें प्रधानाध्यापिका चांदनी कुमारी, सहायक शिक्षक मनीष कांत कुमार, शैलेश कुमार यादव, सुंदर यादव व इंद्रदेव कुमार शामिल है। गुरुवार को सभी सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचे थे। बताया जाता है कि किसी बात को लेकर प्रधानाध्यापिका से सहायक शिक्षक शैलेश कुमार यादव का विवाद हुआ था। अन्य शिक्षक ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया था। उसके बाद सभी बच्चों को वर्ग कक्षा में पढ़ा रहे थे। वहीं आरोपी शिक्षक ने सभी सहायक शिक्षकों को स्कूल से 2 घंटे बाहर जाने कह दिया। उसकी बात पर सहायक शिक्षक मनीष कांत कुमार, सुंदर यादव व इंद्रदेव कुमार स्कूल छोड़कर निकल गए। वहीं बच्चे स्कूल में ही पढ़ाई कर रहे थे। उसी बीच आरोपी शिक्षक, प्रधानाध्यापिका के पास कक्षा में पहुंच गया। बच्चों के सामने वह गाली-ग्लौज करने लगा। विद्यालय में बच्चों के लिए खाना बना रही दो सहायिका भी मौजूद थी, लेकिन दोनों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उनलोगों ने प्रतिदिन की तरह झगड़े की बात सोची। उसी बीच आरोपी सहायक शिक्षक ने प्रधानाध्यापिका को जान मारने की नीयत से दो गोली चला दी। बताया जाता है कि एक गोली मिसफायर हो गयी, वहीं दूसरी गोली प्रधानाध्यापिका के दाहिने हाथ में लग गयी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। वहीं बच्चों के समक्ष गोलीकांड होने के बाद डरे-सहमे सभी बच्चे मौके से फरार हो गये।

घटनास्थल व सदर अस्पताल पहुंचे डीएसई

घटना के बाद डीएसई मधुकर कुमार, मोहनपुर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज मंडल, बीआरपी गणेश गौतम, सीआरपी श्याम किशोर मंडल ने पहुंचकर जानकारी ली। डीएसई ने घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों से भी जानकारी प्राप्त की। डीएसई ने बताया कि मामले की जांच करायी जाएगी। प्रधानाध्यापिका के बयान के आधार पर पुलिस की कार्रवाई चलेगी। वहीं विभागीय स्तर पर भी मामले की जांच होगी।