शादी के 15 दिनों बाद नवविवाहिता की संदिग्ध मौत,अस्पताल में शव छोड़ भागे ससुरालवाले, दहेज हत्या का केस दर्ज
जमशेदपुर।जमशेदपुर के ओल्ड सोनारी एमपी रोड स्थित एक मकान में नवविवाहिता रीता कुमारी महतो की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी। रीता की शादी महज 15 दिन पहले, 29 अप्रैल 2025 को चंदन कुमार महतो से हुई थी।गुरुवार शाम को रीता की तबीयत बिगड़ने पर उसे टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।इसके बाद पति चंदन और ससुराल वाले शव को अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए।मृतका का मायका गम्हरिया के चित्रगुप्त नगर में है।पिता बैद्यनाथ महतो ने सोनारी थाने में पति चंदन कुमार महतो, ससुर देवेन महतो और सास सावित्री महतो के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है। बैद्यनाथ महतो के अनुसार रीता उनके पांच बच्चों में मंझली थी। उन्होंने शादी में अपनी सामर्थ्य अनुसार दहेज में सभी सामग्री दी थी, लेकिन दामाद चंदन ने शादी से पहले एक 2.50 लाख की मोटरसाइकिल की मांग की थी। उसे भी एक महीने बाद देने का वादा किया था, फिर भी दहेजलोभियों ने बेटी को मार डाला। हालांकि ससुराल पक्ष के लोगों का कहना है कि रीता ने आत्महत्या की है।
बैद्यनाथ ने बताया कि आर्थिक कारणों से उन्होंने शादी के समय बाइक देने में असमर्थता जताते हुए एक महीने बाद बाइक देने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद शादी के अगले दिन से ही रीता को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। 30 अप्रैल को एक रस्म के लिए बेटी को घर लाया था।फिर एक मई को दामाद चंदन बेटी को साथ सोनारी ले गया।उसके बाद से सभी उसे प्रताड़ित करने लगे, जिसके कारण 11 मई को बेटी को अपने घर गम्हरिया ले आया। 14 मई को दामाद चंदन फिर बेटी को अपने घर ले गया। बैद्यनाथ महतो के अनुसार 12 मई को उन्होंने मोटरसाइकिल बुक भी कर दी थी।कंपनी वालों ने 24 मई को मोटरसाइकिल डिलीवरी करने की बात कही थी।इस बीच 15 मई की शाम दामाद समेत उसके पिता देवेन महतो और सास सावित्री महतो ने मिलकर बेटी की हत्या कर दी।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जब पुलिस चंदन के घर पहुंची, तो पूरा परिवार फरार मिला। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतका के पिता के बयान पर दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।