लातेहार:डायन बिसाही का आरोप लगाकर महिला की पिटाई,गर्म लोहे के हसुवा से शरीर पर दागा,आरोपी गिरफ्तार
लातेहार।झारखण्ड के ग्रामीण इलाकों में डायन बिसाही का मामला नहीं थम रहा है।इसी कड़ी में लातेहार थाना क्षेत्र के हुटार गांव की एक महिला को डायन बिसाही का आरोप लगाकर गांव के 4 लोगों ने मारपीट किया।वहीं लोहा के हसुवा से उसके शरीर के कई हिस्से को दाग भी दिया है जिसे महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी।घायल महिला का सदर हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
इस मामले में सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद मारपीट के सभी आरोपी मुनिया देवी, चांदनी देवी, मनोज उरांव व एतवा उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है मामला:
सदर थाना क्षेत्र के हुटार गांव में झुबली देवी को डायन बिसाही का आरोप लगाकर गांव की पीड़िता को पिछले दो दिनों से प्रताड़ित कर रही थी।मुनिया देवी के कहने पर पीड़िता को मंगलवार की शाम 4 बजे से रात के 10 बजे तक डायन-ओझा की बात स्वीकारने तक बेरहमी से पिटाई की जाती रही।इस दौरान मुनिया देवी ने उसे लोहा के हसुवा से शरीर के कई हिस्से में दागा. अपनी मां की बेरहमी से पिटाई होता देख उसके तीनों बेटों ने अपनी माँ को डायन-ओझा की बात स्वीकारने को कह दिया।इसके बाद ही पीड़िता को छोड़ा गया। इसके बाद घायल अवस्था में पीड़िता को उसके पति सदर हॉस्पिटल अस्पताल लाये।
डीएसपी डाॅ कैलाश करमाली ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हुटार गांव में इस महिला को डायन कह कर गांव के ही 4 लोगों ने उसके साथ मारपीट की है।वहीं, लोहे के हसुवा से उसके शरीर के कई हिस्सों को दाग दिया है। इस मामले में सभी चारों आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गयी है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को बुलाकर डायन- ओझा के बारे बताया गया कि यह एक अंधविश्वास है।पुलिस ऐसे किसी मामले में कार्रवाई करने को तैयार है। समाज में ऐसे अंधविश्वास का कोई स्थान नहीं है। छापेमारी अभियान में थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, सअनि रतन टुडू, जमील अहमद, सअनि श्यामबिहारी सिंह समेत कई पुलिए जवान शामिल उपस्थित थे।
जागरूकता अभियान भी फेल:
जिले में सरकारी योजना के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में डायन बिसाही, दहेज प्रथा, बाल विवाह, बाल श्रम समेत कई बातों को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिला जनसंपर्क विभाग के द्वारा यादव कला जत्था, नील कमल, जय बिरसा, अंकुर कला जत्था, आस्था, उरांव कला जत्था, भारतीय लोक कल्याण संस्थान समेत कई स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से जिले के सभी प्रखंडों के ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।बावजूद इसके ग्रामीण इलाको में डायन बिसाही का मामला नहीं थम रहा है।