राँची में सिरमटोली सरना स्थल बचाने के लिए आदिवासी समाज का अनोखा प्रदर्शन…30 विधायक और एक सांसद की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली गई…
राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची में सिरम टोली फ्लाईओवर रैंप हटाने की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों ने सोमवार को अनोखा प्रदर्शन किया। केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा के बैनर तले आदिवासी संगठनों, विभिन्न सरना समितियों और खोड़हा दल के सदस्यों ने 29 आदिवासी विधायकों,राँची विधायक सीपी सिंह और सांसद सह केन्द्रीय मंत्री संजय सेठ की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली। यह यात्रा सिरम टोली फ्लाईओवर रैंप से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाली गई। शव यात्रा में सामाजिक अगुवा बाहा लिंडा ने सिर मुंडवाकर प्रतीकात्मक शवों का अंतिम संस्कार किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब लड़ाई आर-पार की होगी। सभी संगठनों के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सभी आदिवासी विधायक और सांसद शायद मर चुके हैं, इसलिए वे आदिवासी समाज के लिए कुछ नहीं बोल रहे। उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन और आदिवासी हक-अधिकार की बात करने वाली अबुवा सरकार अब उनके लिए खत्म हो चुकी है।
प्रदर्शन के दौरान आदिवासी समाज के लोगों ने गेंदा फूल और लावा छींटते हुए शव यात्रा को अल्बर्ट एक्का चौक तक पहुंचाया। वहां तीन चक्कर लगाने के बाद प्रतीकात्मक शवों को चौक के चारों ओर रखकर शोक व्यक्त किया और अंत में आग लगाकर दहन किया।
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर फ्लाईओवर का रैंप नहीं हटाया गया तो आंदोलन और तेज होगा। प्रदर्शन के दौरान 21 मार्च को मशाल जुलूस और 22 मार्च को राँची बंद का ऐलान किया गया।
इस प्रदर्शन में जमशेदपुर, बोकारो, खूंटी समेत कई जिलों के सामाजिक और धार्मिक अगुवा शामिल हुए। अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, चडरी सरना समिति, केन्द्रीय सरना समिति, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी मूलवासी मंच, जय आदिवासी केन्द्रीय परिषद, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, ग्राम सभा मधुकम, एदलहातु सरना समिति, न्यू गार्डेन सरना समिति सिरम टोली, बनिया टोली सरना समिति, ग्राम सभा पुरानी राँची, सरहुल नगर बरियातू, लेम सरना समिति, हातमा सरना समिति, नगड़ा टोली सरना समिति समेत सैकड़ों सरना समितियों के लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए।